दुनिया के 10 ऐसे बड़े हैकर्स (Hackers) जिसने नासा तक को नहीं छोड़ा

 दुनिया के 10 ऐसे बड़े हैकर्स (Hackers) जिसने नासा तक को नहीं छोड़ा

10 बड़े हैकर्स (Hackers) – इंटरनेट के आ जाने से हम इस पूरी दुनिया की जानकारी को बड़ी आसानी से घर बैठे ही जान सकते हैं। इंटरनेट ने जहां एक तरफ लोगो के जीवन को आसान बना दिया है वही दूसरी तरफ इसने लोगो के लिए काफी बड़ी मुश्किलें भी खड़ी कर दी है।

जी हां आप सही सोच रहे हैं यहां मेरे मुश्किलों का मतलब हैकिंग से है।

आज लोग इंटरनेट से इस कदर जुड़े हुए हैं की वो अपने पर्सनल और प्रोफेशनल जिंदगी से रिलेटेड कई सारी चीजों को इंटरनेट पर शेयर करते हैं और आज इंटरनेट ने हमे ऐसी-ऐसी सेवाएं दी हैं की अगर हम चाहें तो बड़ी आसानी से उनके बारे में जान भी सकते हैं।

लेकिन सिर्फ अपनी जानकारी के लिए किसी को जानना और किसी की व्यक्तिगत या प्रोफेशनल डाटा का इस्तमाल अपने फायदे के लिए करना दोनो में जमीन आसमान का फर्क होता है।

आज का हमारा ये आर्टिकल आपको उन 10 दिग्गज हैकरों (Hackers) के बारे में बताएगा जिन्होंने नासा तक को हैक कर लिया था।

इन लोगो से नासा की इतनी मजबूत टेक्नोलोजी भी नही बच पाई थी।

तो चलिए सुरू करते हैं- 

10 ऐसे हैकरों (Hackers) की के बारे में जिसने नासा को तक नहीं छोड़ा – 

  • Albert Gonzalez
  • Kevin Poulsen
  • Jonathan James
  • Adrian Lamo
  • Gary McKinnon
  • Max Butler
  • Julian Assange
  • Kevin Mitnick
  • Anonymous
  • Astra Hacking

Albert Gonzalez (Hackers)

अल्बर्ट गोंजालेज का जन्म 1981 में हुआ था, ये एक अमेरिकी कम्प्यूटर हैकर (Hacker) और एक कम्प्यूटरक्रिमिनल हैं। जिस पर संयुक्त क्रेडिट कार्ड की चोरी का मास्टरमाइंड करने और बाद में 2005 से 2007 तक 170 मिलियन से अधिक कार्ड और एटीएम नंबरों की पुनर्विक्रय (Re-Sale) करने का आरोप है: इतिहास में इस तरह की सबसे बड़ी धोखाधड़ी थी।

गोंजालेज और उसके सहयोगियों ने पैकेट सूँघने (विशेष रूप से, एआरपी स्पूफिंग) हमलों को शुरू करने के लिए कई कॉर्पोरेट सिस्टम पर पिछले दरवाजे को तैनात करने के लिए एसक्यूएल इंजेक्शन का इस्तेमाल किया, जिससे उन्हें आंतरिक कॉर्पोरेट नेटवर्क से कंप्यूटर डेटा चोरी करने की अनुमति मिली। कहा जाता है कि अपने होड़ के दौरान, उन्होंने खुद को $ 75,000 की जन्मदिन की पार्टी दी थी और उनकी मुद्रा-गिनती मशीन के टूटने के बाद $ 340,000 हाथ से गिनने की शिकायत की थी। गोंजालेज भव्य होटलों में रुके थे लेकिन उनके औपचारिक घर मामूली थे।

गोंजालेज पर तीन संघीय अभियोग थे। पहला मई 2008 में न्यूयॉर्क में डेव एंड बस्टर्स मामले के लिए था (परीक्षण अनुसूची सितंबर 2009)। दूसरा मई 2008 में मैसाचुसेट्स में टीजे मैक्सक्स मामले के लिए था (परीक्षण 2010 की शुरुआत में निर्धारित)। तीसरा अगस्त 2009 में न्यू जर्सी में हार्टलैंड भुगतान मामले के संबंध में था।

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25 मार्च 2010 को, गोंजालेज को संघीय जेल में 20 साल की सजा सुनाई गई थी।

गोंजालेज और उनकी टीम CNBC series के अमेरिकन ग्रिड के 5वें सीजन के एपिसोड में दिखाए गए थे।

जिसके शीर्षक का नाम “एपिसोड 40 : हैकर्स” (Episode 40 : Hackers) था।

किर्नी में रहते हुए, उन पर शैडोक्रू समूह नामक हैकर्स (Hackers) के एक समूह का मास्टरमाइंड होने का आरोप लगाया गया, जिसने 1.5 मिलियन चोरी किए गए क्रेडिट और एटीएम कार्ड नंबरों की तस्करी की। हालांकि इस योजना का मास्टरमाइंड माना जाता है (“कुंबा जॉनी” के स्क्रीन नाम के तहत साइट पर संचालन), उन्हें अभियोग नहीं लगाया गया था। अभियोग के अनुसार, शैडोक्रू डॉट कॉम वेबसाइट पर 4,000 लोगों ने पंजीकरण कराया था।

एक बार पंजीकृत होने के बाद, वे नीलामी में चुराए गए खाता नंबर या नकली दस्तावेज़ खरीद सकते थे, या क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और एटीएम कार्ड पर चुंबकीय स्ट्रिप्स में क्रिप्टोग्राफी के उपयोग का वर्णन करने वाले “ट्यूटोरियल और कैसे-कैसे” पढ़ सकते थे ताकि नंबरों का उपयोग किया जा सके। वेबसाइट के मॉडरेटर ने साइट के नियमों का पालन नहीं करने वाले सदस्यों को दंडित किया, जिसमें चोरी किए गए कार्ड नंबर अमान्य साबित होने पर खरीदारों को धनवापसी प्रदान करना शामिल है। 

कार्ड नंबर के साथ – साथ चोरी में पहचान की गई बाकी के सामान भी बेचे गए जिसमें नकली पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस,सामाजिक सुरक्षा कार्ड, क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड और जन्म प्रमाण पत्र के साथ – साथ  कॉलेज छात्र पहचान पत्र और स्वास्थ्य बीमा कार्ड शामिल हैं। एक सदस्य ने संबद्ध उपयोगकर्ता नाम, पासवर्ड, जन्मतिथि और अन्य व्यक्तिगत रूप से पहचान करने वाली जानकारी के साथ 18 मिलियन ई-मेल खाते बेचे।

जिन लोगों पर आरोप लगाया गया उनमें से ज्यादातर ऐसे सदस्य थे जो वास्तव में अवैध सामान बेचते थे। वेबसाइट को बनाए रखने या संचालित करने वाले सदस्यों को भी आरोपित किया गया था, जिसमें .cc डोमेन नाम शैडोक्रू.सीसी को पंजीकृत करने का प्रयास किया गया था।

सीक्रेट सर्विस ने उनकी जांच को “ऑपरेशन फ़ायरवॉल” करार दिया और माना कि $4.3 मिलियन तक की चोरी हुई थी, क्योंकि शैडोक्रू ने कार्डरप्लानेट और डार्कप्रॉफिट्स नामक अन्य समूहों के साथ अपनी जानकारी साझा की थी। जांच में संयुक्त राज्य अमेरिका, बुल्गारिया, बेलारूस, कनाडा, पोलैंड, स्वीडन, नीदरलैंड और यूक्रेन की इकाइयां शामिल थीं।

गोंजालेज पर शुरू में न्यूर्क, न्यू जर्सी में 15 नकली क्रेडिट और डेबिट कार्ड रखने का आरोप लगाया गया था, हालांकि उन्होंने अपने साथियों के खिलाफ यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस को सबूत प्रदान करके जेल के समय से परहेज किया। 19 शैडोक्रू सदस्यों को आरोपित किया गया था। गोंजालेज फिर मियामी लौट आए। 

Kevin Poulsen (Hackers)

1 जून 1990 को, पॉल्सन ने लॉस एंजिल्स रेडियो स्टेशन केआईआईएस-एफएम के लिए सभी टेलीफोन लाइनों को अपने कब्जे में ले लिया, यह गारंटी देते हुए कि वह 102वें कॉलर होंगे और पोर्श 944 एस2 का पुरस्कार जीतेंगे।

जब संघीय जांच ब्यूरो ने पॉल्सन का पीछा करना शुरू किया, तो वह एक भगोड़े के रूप में भूमिगत हो गया। एक भंडारण कंपनी ने किराए का भुगतान न करने के कारण पॉल्सन के नाम पर एक भंडारण शेड को खाली कर दिया, जहां कंप्यूटर उपकरण की खोज की गई थी जिसे साक्ष्य के लिए एफबीआई को प्रस्तुत किया गया था।

जब उन्हें NBC के अनसॉल्व्ड मिस्ट्रीज़ में दिखाया गया, तो शो की 1-800 टेलीफोन लाइनें रहस्यमय ढंग से दुर्घटनाग्रस्त हो गईं। पॉल्सन को अप्रैल 1991 में जॉन मैकक्लर्ग के नेतृत्व में एक जांच के बाद गिरफ्तार किया गया था।

जून 1994 में, पॉल्सन ने साजिश, धोखाधड़ी और वायरटैपिंग के सात मामलों में दोषी ठहराया। उन्हें एक संघीय प्रायश्चित में पांच साल की सजा सुनाई गई थी और उनकी रिहाई के बाद तीन साल के लिए कंप्यूटर या इंटरनेट का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। वह पहले अमेरिकी थे जिन्हें अदालत की सजा के साथ जेल से रिहा किया गया था,

और जब उन्हे जेल की सजा दी गई इसके बाद उनके कंप्यूटर और इंटरनेट के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन क्रिस लैंपरेच को पहली बार 5 मई 1995 को इंटरनेट प्रतिबंध के साथ सजा सुनाया गया था। लेकिन पॉलसन को लैंपरेच से पहले जेल से रिहा कर दिया गया था और इन्होंने पहले ही प्रतिबंध की सजा काटनी सुरू कर दी थी (पॉलसन के पैरोल अधिकारी द्वारा बाद में सन 2004 को कुछ निगरानी यों के साथ इंटरनेट का प्रयोग करने की अनुमति दी थी)

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Jonathan James (Hackers)

Jonathan James का जन्म सन् 1983 में 12 दिसंबर को हुआ था । ये दक्षिण फ्लोरिडा के निवासी थे। स्कूल जाने की उम्र में जॉनाथन ने अपने हैकिंग ट्रिक से पूरे स्कूल के डेटाबेस को ही हैक कर लिया था।

जॉनाथन जेम्स इस पूरी दुनिया में हैकिंग के क्षेत्र में सबसे कम उम्र के अपराधी थे।

जब इन्होंने पहला अपराध किया था तब उनकी उम्र मात्र 15 वर्ष की थी और जब उन्हे उनके अपराध की सजा मिली तब उनकी उम्र 16 वर्ष थी।

जब इन्होंने अपने स्कूल के डाटा बेस को हैक (Hack) किया तब उनके अंदर एक कॉन्फिडेंस आया और उन्होंने अमेरिका के डिफेंस सिस्टम को ही हैक कर लिया, इन्होंने एस एजेंसी के कई सारे एंप्लॉय की व्यक्तिगत जानकारी उनके पासपोर्ट जानकारी ले लिया था इसके बाद इन्होंने अमेरिका की स्पेस एजेंसी नासा के पूरे सिस्टम को हैक कर लिया था जिसके वजह से नासा का ऑफिस 3 हफ्ते तक बंद रहा था।

जब अमेरिका की डिफेंस एजेंसी नासा ने एक साथ मिलकर हैकर(Hackers) को ढूंढने का प्रयास किया तो उन्हें एक 16 साल का बच्चा मिला, अमेरिका की डिफेंस कंपनी और नासा को लगा था की उनके डाटा बेस को हैक कुछ हैकर्स (Hackers) के समूह ने किया होगा। 

लेकिन वो एक 16 साल के बचे को देख कर के दांग रह गए और अमेरिका के कानून के हिसाब से एक 16 साल के बच्चे को जेल में नहीं रखा जा सकता था इसलिए उसे हाउस आवेश में रखा गया और उसके ऊपर $41000 का जुर्माना भी लगाया गया जिसके बाद 2008 18 मई को को सुसाइड कर लिया और उनके सुसाइड नोट में लिखा था कि उन्हें अमेरिका के कानून व्यवस्था पर भरोसा नहीं है।

Adrian lamo (Hackers)

Adrian lamo का पूरा नाम  Adrián Alfonso Lamo Atwood था इनका जन्म 20 फ़रवरी 1981 को हुआ था।

एड्रियन लामो एक बहुत ही मशहूर Hackers में से एक थे।  इन्हें होमलेस हैकर के नाम से भी जाना जाता था इन ए होमलेस हैकर इसलिए कहा जाता था क्योंकि Adrian एक गरीब परिवार से ब्लॉक करते थे अक्सर यह इंटरनेट कैफे और लाइब्रेरी में बैठकर हैकिंग सिखा करते थे एड्रियन की खास बात यह थी कि यह हैकिंग कभी भी एक जगह से नहीं करते थे बल्कि वह अलग-अलग जगहों के इंटरनेट कैफे पर जाकर अपने हैकिंग स्किल्स को आजमाया करते थे। 

और यही करते-करते उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट याहू और द न्यूयॉर्क जैसी बड़ी कंपनियों के डाटा को हैक कर लिया था इन कंपनियों के डाटा को चुराना आसान काम नहीं था जांच के बाद एड्रियन को साइबरसिक्योरिटी ने गिरफ्तार कर लिया इसके बाद इन्हें 6 महीने की सजा दी गई और $65000 का जुर्माना भी लगाया गया इसके बाद एड्रियन के विचार में काफी सारे बदलाव है और जब भी जेल से बाहर आ तो इन्होंने पत्रकारिता का काम शुरू किया फिर 2018 में एडमिन की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।

Max Butler (Hackers)

अमेरिका का इतिहास उठाकर देखें तुम एक्सपर्ट है साइबर क्राइम के जुर्म में सबसे ज्यादा वक्त तक सजा काटने वालों में हैं।

इन्होंने अपने कंप्यूटर करियर की शुरुआत कंप्यूटर एडवाइजर के रूप में की थी इन्होंने हैकिंग से 2 मिलियन से ज्यादा लोगों की क्रेडिट कार्ड को चोरी कर लेते और इसके बाद लगभग 4600000 डॉलर का फ्रॉड भी किया था इसके अलावा मैक्स बटलर के ऊपर फाइनेंस का डाटा लीक करने और ऑनलाइन फॉर्म स्कोर प्रोवाइड करने का आरोप लगाया गया था। 2011 में बटलर को गिरफ्तार कर लिया गया और 13 साल के लिए जेल भेज दिया गया। इस समय भी वह जेल में ही है और अपनी सजा काट रहे हैं।

Julian Assange (Hackers)

इन्होंने 1987 में हैकिंग करना शुरू किया था। इन्होंने नासा, पैनासोनिक, मोटरोला जैसी और भी कंपनियों के सिस्टम को हैक कर दिया था। लेकिन इनको 1991 में ही गिरफ्तार कर लिया गया पर इनके अच्छे बिजनेस की वजह से 1993 में इन्हें जेल से आजाद कर दिया गया। इसके बाद जूलियन एक पत्रकार के रूप में काम करने लगे 2006 में जूलियन ने विकीलीक्स नाम की एक वेबसाइट शुरू की जिसमें दुनिया भर के जरूरी पेपर जरूर जानकारी और बहुत सारी और बहुत सारी फाइल अपलोड की जाती थी। 

लेकिन इसके पीछे आजकल यह भी रहस्य है कि इस वेबसाइट को किसके द्वारा चलाया जाता था या फिर कौन चलाता था इसकी जानकारी कहीं नहीं थी साल 2010 में स्वीडन की दो औरतों ने जूलियन के ऊपर सेक्सुअल आरोप लगाया फिर साल 2012 से 2019 तक वह लंदन के जेल में रहे।

अमेरिका की सरकार ने कितनी बार उन्हें ब्रिटेन से वापस लाने की अर्जी दाखिल की लेकिन ब्रिटेन सरकार ने जूलियन को अमेरिका के हाथों सौंपने से इनकार कर दिया।

Kevin Mitnick (Hackers)

केविन मिटनिक देखने में एकदम आम इंसान नजर आते थे, लेकिन ए कहा जाता है ना कि किसी के चेहरे से उसकी फितरत का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता और यह बात सच थी केविन मिटनिक देखने में कितने आम थे उनका दिमाग उतना ही आगे था उनको देखकर बिल्कुल भी इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता था कि यह इंसान हैकिंग की दुनिया का बादशाह हो सकता है।

केविन ने अपने हैकिंग की शुरुआत हाई स्कूल के समय किया था वह अपने स्कूल बस का किराया बढ़ाने के लिए उन्होंने लॉस एंजिल्स की एक बस सर्विस को है हैक कर लिया था। इसके बाद केविन ने नोकिया, माइक्रोसॉफ्ट को हैक किया इस साइबर क्राइम के जुर्म में केविन को गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें 3 साल की सजा सुनाई गई लेकिन जब वह जेल से बाहर आए तो उन्होंने अमेरिका के Pantigun जो कि अमेरिका का मिलिट्री और डिफेंस टीम के हेडक्वार्टर को हैक कर लिया साथ ही उन्होंने नेशनल सिक्योरिटी अलर्ट प्रोग्राम का टोटल डाटा हैक कर लिया और केबिन को फिर गिरफ्तार कर लिया गया। 

इसके बाद उन्हें ढाई साल की सजा सुना दे गए जब वह दूसरी बार जेल में गया तो उन्होंने अपने आप को पूरी तरीके से बदलने का फैसला किया और जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने अपनी खुद की एक कंसल्टेंसी कंपनी शुरू की और अब वह बड़ी-बड़ी कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी की सलाह देते हैं केविन इनका हमेशा से कहना है कि वह है कि नहीं बल्कि सोशल इंजीनियरिंग करते हैं और इसलिए उन्हें फादर ऑफ सोशल इंजीनियरिंग भी कहा जाता है।

Anonymous (Hackers)

बीते कुछ वर्षों में हैकिंग के बोर्ड में एनोनिमस का नाम काफी ज्यादा चर्चा में रहा है यह कोई एक इंसान का नाम नहीं है बल्कि एक पूरे हैकर (Hackers) ग्रुप का नाम है लेकिन आज तक इस बात का पता नहीं चल पाया कौन-कौन से देश के लोग इस ग्रुप में शामिल है यह ग्रुप खुद का एक सोशल ग्रुप बनाता है जोकि लोगों की हमेशा हेल्प करता है। इस ग्रुप की केवल एक यही मांग है की इंटरनेट पर सब को एक समान अधिकार दिया जाए और हर इंसान को अपनी बात अपनी तरह से कहने का मौका दिया जाए।

इस ग्रुप में FBI, SAI, PAY PAL और सोनी जैसे कई मल्टीनेशनल कंपनी के सरवर को हैक किया है।

इन Hackers के ग्रुप ने इतना ही नहीं बल्कि इस्रायल, युगांडा, चाइना और भी कई देशों के डाटा को हैक कर चुका है यह ग्रुप सबसे ज्यादा सोशल, धार्मिक और सरकारी डेटाबेस को ही अपना टारगेट बनाता है दुनिया में मौजूद कई सारी एजेंसी इन Hackers के ग्रुप की खोज में लगी हुई है लेकिन अभी तक किसी के हाथ कुछ नहीं लग सका है।

Astra (Hackers)

इस (Hackers) ग्रुप का रियल नेम क्या है यह आज तक कोई नहीं पता लगा पाया है।

इसने फ्रांस की मशहूर कंपनी डसॉल्ट ग्रुप (Hackers) के पूरे डाटा को हैक कर लिया था और लगभग 5 साल तक उस डाटा को साउथ अफ्रीका और ब्राजील जैसे देशों को देता रहा Astra (Hackers) ने इसके जरिए करोड़ों पैसे कमाए।

डसॉल्ट ग्रुप वही कंपनी है जिन्होंने राफेल और मिराज जैसे एयरक्राफ्ट बनाया ऐसे अका जिन का डाटा इतना खुफिया होता है किसके बारे में हमें आपको बताने की जरूरत नहीं है अगर यह डाटा किसी गलत हाथों में चला जाए तो दुनिया के लिए बहुत बड़ा खतरा साबित हो सकता है।

ASTRA (Hackers) के द्वारा डाटा चुराने से फ्रांस को 360 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।

लेकिन बाद में एस्ट्रा (Hackers) को 2008 में गिरफ्तार कर लिया गया और वह 58 साल का एक मैथ्स टीचर था इसके बाद एस्ट्रा के बारे में कोई भी जानकारी पब्लिक नहीं किया गया यहां तक कि उसका रियल नेम क्या है या अभी दुनिया से छुपाया गया है।

निस्कर्ष (Conclusion)

आज के पोस्ट में हमने आपको यह बताया कि ऐसे कौन से दस Hackers है जिन्होंने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था जिनकी वजह से बहुत सारी बड़ी-बड़ी कंपनियां अपने डेटाबेस को खो चुकी थीं।

इन 10 हैकर्स (Hackers) की जानकारी हमने आपको अपने इस पोस्ट के द्वारा दे दि है।

आपको यह पोस्ट कैसा लगा इसका जवाब हमें कमेंट में जरूर दें और और भी ऐसे ही जानकारियों को जानने के लिए revoltnews24 को जरूर फॉलो करे। 

धन्यवाद!

 

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