कैसे सीखें HTML और CSS कोडिंग लैंग्वेज, पूरी जानकारी अब हिंदी में 2022

 कैसे सीखें HTML और CSS कोडिंग लैंग्वेज, पूरी जानकारी अब हिंदी में 2022

HTML and CSS-  क्या आप भी कंप्यूटर के स्टूडेंट है या फिर आप कंप्यूटर में रुचि रखते है और कंप्यूटर के बारे में हर एक चीज सीखना चाहते है या फिर आप चाहते है की कंप्यूटर से संबंधित सारी जानकारी आपके पास हो, तो आपको हमारी वेबसाइट बहुत काम आने वाली है क्योंकि हमारी ये वेबसाइट इसीलिए है की हम आपको हर एक चीज से संबंधित जानकारी दे सके चाहे वो कोई भी फील्ड हो, तो आज हम आपको बताने जा रहे है HTML और CSS के बारे में, 

अगर आप सॉफ्टवेयर या वेबसाइट बनाना या डिजाइन करना सीखना चाहते है तो सबसे पहले आपको कोडिंग की सभी जानकारी होनी चाहिए। कोडिंग की फिल्ड में जाने पर सबसे पहले आपके सामने जो पड़ाव आएगा वो है HTML और CSS का, 


ये कोडिंग सीखने में सबसे पहले आता है अगर आप इस पड़ाव को पर कर जाते है तो आप समझिए कि कोडिंग के क्षेत्र में कदम रख चुके हैं।

ये दोनो सीखने के बाद आपको ये पता चल जाएगा की वेब पेज कैसे बनाया जाता है और वेबसाइट डिजाइन कैसे की जाती है। हमने आपको ये सब तो बता दिया की HTML और CSS से क्या-क्या कर सकते है पर अब आपके मन में ये सवाल उठता होगा की आखिर ये HTML और CSS क्या है और किस तरह से इससे वेबसाईट और सॉफ्टवेयर बना सकते है या फिर आप ये भी सोचते होंगे की ये HTML और CSS से सॉफ्टवेयर और वेबसाइट का क्या संबंध?

तो आपको ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है, चलिए अब हम चलते है और आपको बताते है।

HTML और CSS क्या है?

HTML का फुलफॉर्म होता है Hyper Text Markup Language यह एक markup भाषा है इसका आविष्कार Tim Berners -Lee ने किया था। इसका प्रयोग हम WWW (World Wide Web) पर सामग्री को सरंचित और प्रस्तुत करने के लिए करते है।

इंटरनेट की दुनिया में किसी भी वेबसाईट की यह बुनियादी भाषा है। बिना markup language के सामग्री को संरचित करना और उसे प्रस्तुत करना असंभव है अर्थात बिना markup language के हम किसी भी सामग्री को संरचित नहीं कर सकते।

HTML आपके web career के लिए सबसे जरूरी भाषा है।

हम CSS की बात करें तो CSS का अविष्कार Hakon Wium Lie ने सन् 1994 में किया था। इन्होंने CSS को manage करने के लिए W3C group बनाया था जिसका नाम CSS working group रखा गया। 

इस ग्रुप के मेंबर का काम था की वो CSS के लिए specification document को तैयार करेंगे और समय-समय पर इसे update भी करते रहेंगे।

CSS का पूरा नाम है Cascading Style Sheet यह भी HTML की तरह एक कोडिंग लैंग्वेज होता है। इस लैंग्वेज को simple design language भी कहा जाता है।

इसका इस्तमाल web page को color और font style के लिए किया जाता है। हम CSS की सहायता से वेबपेज को सुंदर और आकर्षित बना सकते हैं।

चलिए अब हम जानते है की CSS और HTML Tags कितने प्रकार के होते हैं –

HTML Tag

  1. Paired Tags and Container Tags
  2. Singular Tags and Empty Tags

CSS के प्रकार 

  1. Inline Style Sheet
  2. External Style Sheet
  3. Embedded or Internal Style Sheet

HTML Tag

1.Paired Tags and Container Tags – 

यदि आप किसी Tag को और अंत में होने वाले टैग की जोड़ी में लिखा जाता है तो उस Tag को Paired Tag कहा जाता है। इस प्रकार के टैग अपने साथ में और अंदर और भी टैग रखते हैं। इन टैग को जोड़ी में लिखा जाता है, शुरू के टैग शुरुआती चिन्ह को दिखाते हैं और अंत के टैग अंतिम चिन्ह को।

अब मैं आपको इस टैग का एक उदाहरण दूंगी –

<HTML>…………….<HTML><HEAD>………………</HEAD><TITLE>…………………</TITLE><B>………………..</B>

2.Singular Tag and Empty Tag –

जब आप किसी टैग को अकेले या बिना अंतिम टैग के लिखते हैं तो उस टैग को Singular Tag या Empty Tag कहा जाता है।

अगर दूसरे शब्दों में कहें तो Singular Tag का कोई Last Tag नहीं होता है इसका प्रयोग स्टैंडलोन करते है।

अब मैं आपको Singular or Empty Tag का उदाहरण दूंगी जैसे –

<HR> इसका काम एक Horizontal Line को खींचना है। इसके और भी उदाहरण है – <BR>,<IMG> इत्यादि।

CSS

1.Inline Style Sheet

CSS के इस प्रकार का प्रयोग वेब पेज में Particular HTML Elements को Configure करने के लिए किया जाता है। इस स्टाइल शीट का इस्तमाल वही किया जाता है जहां इसकी जरुरत हो।

Inline CSS किसी भी वेब पेज के element को रिप्लेस करने की freedom देता है।

2.External Style Sheet

ये स्टाइल शीट सबसे interesting होता है। जब आप किसी Seperate File में css coding करके उसे .css extension के साथ सेव कर देते है इसके बाद आप अगर इस फाइल को HTML फाइल के साथ जोड़ते है तो Css file का effect पूरे HTML फाइल पे होता है। इस External Style Attribute की मदद से वेब पेज में बार – बार परिवर्तन करने से अच्छा होता है एक ही बार परिवर्तन कर लिया जाए।

3.Embedded or Internal Style

Internal style का मतलब होता है वेबपेज में जितने भी टैग है उनमें Css अप्लाई करना। मान लीजिए अगर कोई वेब पेज 4 से 5 पैराग्राफ का होता है और आपको उसमें स्टाइल अप्लाई करना है तो आप लाइन बाई लाइन css एड करेंगे तो आपको काफी समय लग जाएगा। और अगर आप चाहते हैं कि आपके पूरे वेबपेज की स्टाइलिंग एक ही बार में हो जाए तो आपको उसके लिए Internal style.css का प्रयोग करना होगा।

अपने पूरे वेब पेज में इंटरनल स्टाइलसीट को ऐड करने के लिए वेब पेज के <HEAD> के अंदर अपने स्टाइल को डिक्लेअर कर दीजिए। ऐसा करने से आपके सारे पेज में स्टाइल अप्लाई हो जाएगा।

अब हम बात करेंगे की HTML और CSS कैसे सीखें

अगर आप HTML सीखना चाहते है इसको सीखने के बहुत से तरीके मौजूद हैं।

1.Online

आप सभी जानते हैं की अगर आप चाहे तो इंटरनेट के माध्यम से कुछ भी सीख सकते हैं चाहे वह आपके पर्सनल लाइफ जैसे खाना बनाना कपड़े डिजाइन करना हो या फिर आपके प्रोफेशनल वर्क में काम आने वाली चीज है हो, यह सारी चीजें आप ऑनलाइन बहुत ही आसानी से सीख सकते हैं। आप एचटीएमएल और सीएसएस कोड ऑनलाइन बहुत ही आसानी से सीख सकते हैं। आपको ऑनलाइन कई सारी ऐसे वेबसाइट मिल जाएंगे आप एचटीएमएल आरसीएसएस बहुत आसानी से सीख जाएंगे।

हम किसी भी वेबसाइट को बढ़ावा नहीं देंगे आप गूगल पर सर्च करके जो भी साइट नंबर वन पर रैंक करे उसका इस्तेमाल एचटीएमएल और सीएसएस को सीखने के लिए कर सकते हैं।

2.किताबों के माध्यम से

आप चाहे तो किताबों के माध्यम से भी इनको सीख सकते हैं क्योंकि किताब में आपको कोई भी जानकारी अच्छे से मिल जाएगी और आप जब चाहें किताब को पढ़ सकते हैं जो चीज आप ऑनलाइन दूंढेंगे वह आपको किताब में भी आसानी से मिल सकती है क्योंकि किताब पढ़ कर ही लोगों ने ब्लॉग बनाएं और उस ब्लॉग के माध्यम से हर एक जानकारी को पूरी दुनिया तक पहुंचाया। किताब के द्वारा एचटीएमएल सीएसएस को सीखना आपके लिए काफी कारगर सिद्ध होगा इसलिए हमारी यह सलाह है कि आप किताब के माध्यम से इन्हें सीखें।

3.Institute के द्वारा

अगर आप चाहे तो एचटीएमएल और सीएसएस को किसी भी इंस्टिट्यूट या फिर कोचिंग क्लासेज द्वारा सीख सकते हैं क्योंकि इंस्टिट्यूट या कोचिंग क्लासेज में आपको जो भी नॉलेज दी जाएगी वह प्रैक्टिकल नॉलेज होगी जिसे आप खुद करके देखोगे और आसानी से उसे समझ पाओगे क्योंकि कहते हैं ना किस सुनने में और करने में काफी फर्क होता है अगर आप किसी चीज को सिर्फ सुने लेकिन उसे करें नहीं तो आप उस चीज को अच्छे से नहीं समझ सकते हैं लेकिन अगर आपको किसी चीज के बारे में जानकारी कम हो लेकिन फिर भी आप उसे प्रैक्टिकल कर रहे हैं तो आप उस चीज को बहुत जल्दी समझ जाएंगे।

हम आपको एक उदाहरण भी देना चाहेंगे कि अक्सर आपने देखा होगा कि बच्चे जो किताब पढ़ते हैं उन किताबों में बहुत सारी पिक्चर्स होती हैं या फिर यह कह ले कि इन किताबों में हर एक शब्द को पिक्चर में पिरोया गया होता है जिससे बच्चे को ज्यादा दिमाग लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती।

ठीक उसी प्रकार से अगर हम किसी भी चीज का प्रैक्टिकल करते हैं उसे देखते हैं तो वह चीजें हमारे दिमाग में जल्दी आ जाती है। 

अब हम जानेंगे HTML और CSS कैसे काम करते है।

HTML Work

जैसा कि हमने आपको ऊपर के ब्लॉग में बताया है की एचटीएमएल एक मार्क भाषा होती है। इसका काम कुछ अलग तरीके का होता है मान लीजिए अगर आप इंटरनेट पर कुछ भी सर्च करते हैं तो उसके बाद आपको कुछ वेब पेज दिखाई पड़ते हैं।

क्या आप जानते हैं कि आप जो भी सर्च करते हैं वह आप तक कैसे पहुंच पाता है चलिए मैं आपको समझाती हूं।

जो एचटीएमएल होता है वह वेब ब्राउज़र पर काम करता है और बिना किसी वेब ब्राउज़र के आप कुछ भी सर्च नहीं कर सकते। जब आप सर्च करते हैं तो जो आपको परिणाम प्राप्त होता है उसकी वेबसाइट पर एक डोमिन होता है जैसे .in, .com इत्यादि।

जो डोमेन नेम होते हैं वह आपके ip-address को डोमेन नेम के साथ मेल कर देते हैं जिसके कारण आप जो भी चीजें सर्च करते हैं वह आपके कंप्यूटर या फोन पर आपके पास आ जाते हैं।

CSS Work

सीएसएस आपके वेब पेज को सुंदर और आकर्षक बनाता है इसके प्रयोग से आप अपने वेबपेज के Text, color, Font family, Layout को एक style दे सकते है।

सीएसएस एक बहुत ही पावरफुल स्टाइलशीट लैंग्वेज होता है। अगर आपका कोई वेबपेज है और आप अपनी वेबसाइट एलिमेंट के <Title> के Font, Size, Color को चेंज करना चाहते हैं तो आप सीएसएस की सहायता से बड़ी ही आसानी से उसे चेंज कर सकते हैं।

वेब डिजाइनिंग के लिए सीएसएस क्यों जरूरी है इसका अंदाजा आप सीएसएस के फायदे को जानने के बाद लगा सकते हैं।

  • किसी पर डॉक्यूमेंट को सीएसएस के माध्यम से मेंटेन करना बहुत आसान होता है।
  • वेबपेज के लेआउट में अगर हम टेबल की जगह सीएसएस का यूज करें तो वेबसाइट के फाइल साइज में 40% तक बैंडविथ (Bandwidth) की कमी आ जाती है जो एक हाई ट्रेफिक वेबसाइट के लिए बहुत इंपॉर्टेंट होता है।
  • CSS की कोडिंग से आपके अंदर की लॉजिकल थिंकिंग बढ़ जाती है और आपके सोचने समझने की शक्ति पहले के मुकाबले दोगुनी हो जाती है जिससे हमारा ब्रेन और भी फास्ट काम करने लगता है।
  • सीएसएस में कई सारे ऐसे टैग होते हैं जो आसानी से समझ नहीं आते हैं और आप उन्हें आसानी से सॉल्व नहीं कर पाते हैं यदि आप बार-बार उसे अच्छे से समझ कर के सॉल्व करने की कोशिश करते हैं तो इससे आपके अंदर प्रॉब्लम सॉल्विंग एबिलिटी आ जाती है जो आपके लिए बहुत जरूरी है जो आपको कोडिंग में बहुत मदद करता है।
  • अगर आप सीएसएस का प्रयोग करते हैं तो सर्च इंजन उस वेब पेज को आसानी से एक्सेस कर सकता है।
  • Web page के डिजाइनिंग के लिए बहुत ही कम सीएसएस कोड की आवश्यकता पड़ती है अगर आपके पेज में कोडिंग कम होगी तो आपके पेज की लोडिंग स्पीड बढ़ जाएगी।


निष्कर्ष

दोस्तों आज हमने आपको बताया एचटीएमएल सीएसएस क्या होता है और आप एचटीएमएल और सीएसएस लैंग्वेज को कैसे सीख सकते हैं तथा हमने आपको इसके काम करने का तरीका इसके उपयोग और फायदे भी बताएं अगर आपको एचटीएमएल और CSS से संबंधित और भी कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट में जरूर बताएं हम पूरी कोशिश करेंगे कि पने जवाब से आप को संतुष्ट कर सके।

ऐसी ही और भी जानकारी के लिए हमारे चैनल revoltnews 24 को जरूर फॉलो करें। और साथ ही इस जानकारी को जितना हो सके उतना अपने दोस्तों रिश्तेदारों और आस-पड़ोस में शेयर करें क्योंकि ज्ञान बांटना गलत बात नहीं होती और एक अच्छा ज्ञान तो बिल्कुल भी नहीं।

धन्यवाद!

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