GPS क्या होता है ? जाने GPS के बारे में अब हिंदी में 2022

 GPS क्या होता है ? जाने GPS के बारे में अब हिंदी में 2022

क्या GPS को लेकर के आपके मन में भी सवाल उठते है की आखिर GPS क्या है? तो आपका इस साइट पर आना सफल हुआ दोस्तों आप सही जगह पर पहुँच चुके हैं। ऐसा मई इस लिए कह रही क्यों की यहाँ पर आपको जीपीएस सिस्टम से Related पूरी Information प्राप्त हो जाएगी।  ताकि आपको आगे कहीं और इस विषय में पढने की कोई जरुरत नहीं पड़े।

पुराने समय से ही हम इन्सान आसमान के तारों की मदद से सही रास्ते के बारे में जाना करते थे. पहले समय के नाविक इन तारों के समूह (Constellations) का इस्तमाल कर अपने location के बारे में जाना करते थे और साथ में उन्हें कहाँ जाना है उसके विषय में भी जान पाते थे।

लेकिन अब वक्त काफ़ी बदल चूका है, आज के वक्त में हमें एक केवल एक simple hand-held GPS (short for Global Positioning System) receiver की ही जरुरत होती है अपने location की जानकारी हासिल करने के लिए, फिर चाहे हम दुनिया के किसी भी कोने में मौजूद क्यूँ न हो। लेकिन फिर भी हमें ऐसे चीज़ों की जरुरत है जो की आसमान में रहकर हमें हमारी जगहों की बारे में जानकारी दे सके।

अब हम तारों के जगह पर satellites या उपग्रह का प्रयोग करते हैं। ऐसे बहुत से navigation satellites है जो हमारे पृथ्वी के चारों ओर परिक्रमा कर रहे हैं।  ये वही satellites है जो हमें ये जानकारी देते हैं की हम किस स्थान पर स्थित है।

इसलिए मैंने सोचा की क्यों न आप सभी को जीपीएस कितने में आता है इस बारे में पूरी जानकारी दी जाये। ताकि आपको GPS Meaning in Hindi के बारे में विस्तार से जानने को मिले। तो चलिए शुरू करते हैं जीपीएस के बारे में जानकारी।

जीपीएस क्या होता है – What is GPS in Hindi 2022 

जीपीएस एक अंतरिक्ष-आधारित उपग्रह नेविगेशन प्रणाली होता है जो की सभी मौसम की स्थिति में स्थान और समय की जानकारी प्रदान करता है फिर चाहे वो पृथ्वी के किसी भी जगह में क्यूँ न स्तिथ हो। ये प्रणाली पुरे दुनिया के सैन्य, नागरिक और वाणिज्यिक उपयोगकर्ता को महत्वपूर्ण क्षमता प्रदान करते है।

ये GPS एक ऐसी satellite-based navigation system होती है जो की 24 Satellites के network समूह के द्वारा बनी हुई होती है  जिन्हें की धरती के orbit में रखा गया जाता है U.S. Department of Defense के द्वारा GPS को मुख्य रूप से बनाया गया हुआ था military applications में इस्तमाल करने के लिए, लेकिन सन 1980s में, सरकार ने इस system को आम लोगों के प्रयोग के लिए उपलब्ध करवा दिया था।

जीपीएस किसी भी तरह के मौसम में, दुनिया के किसी भी जगह में दिन के 24 घंटे तककाम कर सकता है। और सबसे अच्छी बात ये है की जीपीएस का प्रयोग करने के लिए किसी भी तरह के subscription fees या setup charges का भुगतान नहीं करना पड़ता।

जीपीएस का परिभाषा

Global Positioning System (GPS) एक ऐसा system होता है जो की तीन चीज़ों से बना होता है ये तीन चीजे है satellites, ground stations, और receivers इसमें Satellites तारों के तरह कार्य करते हैं जो की constellations में होते हैं और वहीं ground stations radar  का प्रयोग करते है ये जानने के लिए की ये पता चल पाए की वो असल में किस जगह पर स्थित है।

receiver, जो आपके Phone के receiver के प्रकार का होता है, वो हमेशा न signals को सुन रहा होता है जिन्हें इन satellites के माध्यम से भेजा जाता है। receiver ही तय करता है की वो असल में एक दुसरे से कितने दूर है।जब receiverचार या उससे ज्यादा satellites से उसकी distance को calculate कर लेता है  तब वह पूर्ण रूप से ये जान पाता है की वो वास्तव में कहाँ पर स्थित है।

जीपीएस का फुल फॉर्म  

जीपीएस का फुल फॉर्म जाने हिंदी में|| GPS Full form in Hindi || GPS का फुल फॉर्म क्या होता है || GPS क्या है || 2022

जीपीएस का फुल फॉर्म होता है Global Positioning System इसका प्रयोग कर के कोई भी अपने लोकेशन की जानकारी कभी भी और कहीं भी प्राप्त कर सकता है।

जीपीएस का इतिहास – (History of GPS in Hindi)

जीपीएस का प्रयोग सबसे पहले U.S. Department of Defense ने पहली बार की थी। जीपीएस अक्सर American navigation system को refer करता है  जिसे NAVSTAR कहा जाता है।आप इसे term global navigation satellite system (GNSS), GLONASS, या GPS receiver भी कह सकते है आप इन कई तरह के नामों के वजह से confuse न हों।

सन 1957 में, Soviet Union ने launch किया Sputnik I satellite, जिससे की इसकी Satellite के मदद से बेहतर geolocation technology प्राप्त किया जा सके. सन 1960 में, U.S. Navy ने शुरुवात की submarines को वो भी satellite navigation के साथ, जिससे की बाद में TRANSIT system का invention हुआ.

एक बहुत ही लम्बे समय के लिए, GPS केवल available हुआ करता था governmental इस्तमाल के लिए. वहीँ बाद में GPS को आम लोगों के लिए भी उपलब्ध करवाया गया.

GPS को कब Public किया गया था?

जीपीएस को सन 1983 के बाद ही Public कर दिया गया था. सन 1990 के शुरुवाती दौर में,
GPS services को originally partitioned किया गया था Standard Positioning Service (SPS) में जो की मुख्य रूप से public के लिए ही बनाया गया था. वहीँ अब Precise Positioning Service (PPS) का इस्तमाल military use में होने लगा.

GPS की Basic Structure क्या है?

अब चलिए जानते हैं की जीपीएस की Basic Structure क्या है? इस Structure के विषय में ज्यादा जानकारी प्राप्त करते हैं.

GPS की Three-block Configuration

जीपीएस में मेह्जुद होती है ये तीन प्रमुख segments. चलिए इसके विषय में जानते हैं.

Space segment (GPS Satellites)

बहुत से जीपीएस satellites को deploy किया जाता है six orbits में धरती के चारों तरफ वो भी altitude approximately 20,000 km (चार GPS satellites per one orbit) में, और ये move करती हैं धरती के चारों तरफ वो भी 12-hour-intervals में.

Control segment (Ground Control Stations)

Ground control stations का role होता है monitoring, controlling और maintaining करना satellite orbit का जिससे की वो ये ध्यान रख सकें की Satellite की deviation orbit से और साथ में GPS timing से वो tolerance level के अंतर्गत हो.

User segment (GPS Receivers)

User segment (GPS receivers), इनका काम होता है की Satellites के द्वारा भेजी गयी signals को ये receive करते हैं. इसलिए इन्हें GPS Receivers कहा जाता है.

GPS का महत्व

जीपीएस , या Global Positioning System, एक global navigation satellite system होती है जो की प्रदान करती है location, velocity और time synchronization.

GPS, या Global Positioning System, एक global navigation satellite system होती है जो की इस्तमाल करती है कम से कम 24 satellites, एक receiver और algorithms जिससे की ये प्रदान करती है location, velocity और time synchronization वो भी air, sea और land travel के लिए. ये satellite system में मेह्जुद होते हैं six earth-centered orbital planes, जिसमें प्रत्येक में four satellites मेह्जुद होते हैं. GPS कार्य करता है सभी समय और करीब सभी प्रकार के weather conditions (मौसम) में भी.

जीपीएस के उपयोग

वैसे तो GPS के बहुत से Uses हैं, लेकिन यहाँ पर हम प्रमुख पांच key uses के विषय में जानेंगे.

1. Location — एक Position को पहचानना.

2. Navigation — एक Location से दुसरे में तक जाना.

3. Tracking — Monitoring करना object या personal movement को.

4. Mapping — दुनियाभर की Maps Create करना.

5. Timing — इसकी मदद से मुमकिन करना precise time measurements को.

GPS आज के समय में काफ़ी ज्यादा उपयोगी चीज़ है, वहीँ इसका इस्तमाल बहुत से industries में किया जाता है वो भी accurate surveys और maps तैयार करने के लिए, precise time measurements लेने के लिए, position या location को track करने के लिए, और साथ में navigating करने के लिए हमारे transportation vehicles से.

जीपीएस क्या काम आता है?

1. Emergency Response में : जब कहीं पर emergency या प्राकृतिक विपदा होती है, तब पहले responders इस्तमाल करती हैं GPS का वो भी मौसम की mapping, following और predicting करने के लिए, और साथ में इसकी मदद से emergency personnel के ऊपर नज़र रखा जा सकता है उनकी safety के लिए.

2. Entertainment: GPS का इस्तमाल काफी सारे activities और games जैसे की Pokemon Go और Geocaching में किया जाता है.

3. Health और Fitness Technology में : Smartwatches और wearable technology का इस्तमाल किया जाता है track करने के लिए आपके fitness activity को (जैसे की कितने miles आपने run किया).

4. Construction: इसका इस्तमाल locating equipment में किया जाता है, जिससे की measuring और improving asset allocation को बेहतर किया जा सके, GPS tracking मदद करती है companies की उनकी return on assets को बढ़ाने के लिए.

5. Transportation: Logistics companies भी implement करती हैं telematics systems को जिससे की वो improve कर सकें driver productivity और safety को.

दुसरे industries जहाँ पर GPS का इस्तमाल किया जाता है उनमें शामिल हैं : कृषि, autonomous vehicles, sales और services, military, mobile communications, security, drones, और fishing.

जीपीएस का भविष्य

वैसे तो GPS ने काफी ज्यादा बेहतरीन perform किया है पिछले वर्षों में, लेकिन जैसे जैसे technology बढ़ रही है ऐसे में इन GPS Technology में भी significant improvements की काफी जरुरत है.

यदि आप investigate करें आजकल के system की जरूरतों को तब आप पाएंगे की हमें पहले की मुकाबले ज्यादा बेहतर capabilities और features की जरुरत हैं आने वाले future GPS में जिससे की हम पूर्ण कर सकें दोनों military और civil users की जरूरतों को

आज आपने क्या सीखा

मुझे उम्मीद है की आपको मेरी ये पोस्ट जीपीएस क्या है (What is GPS in Hindi) जरुर पसंद आई होगी।  मेरी हमेशा से यही कोशिश रहती है की हमारे पाठकों को जीपीएस के बारे में पूरी जानकारी प्रदान की जाये ताकि आपको ऐसे आर्टिकल पढ़ने के लिए कहीं और जाने की जरुरत नहीं पड़े।

इससे हमारे पाठकों के समय की बचत होगी और एक ही जगह पर उन्हें सभी जानकारियां भी मिल  जाएँगी यदि आपके मन में इस article को लेकर कोई भी doubts आते हैं या आप चाहते हैं की इसमें कुछ सुधार हो तो इसके लिए आप मुझे कमेंट कर के बता सकते है।

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