सरकार ने किया एलान भारत हो 5g चलाने को तैयार (Government announced that India should be ready to run 5G)

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सरकार ने किया एलान भारत हो 5G चलाने को तैयार (Government announced that India should be ready to run 5G)
जी हाँ सही पढ़ा आपने, सरकार ने 5G स्पेक्ट्रम के नीलामी को मंजूरी दी है, ये अगले महीने 26 जुलाई से इसकी नीलामी शुरू हो जायेगी।
भारत के इन्टरनेट की सुविधा को तेज़ करने के लिए मोदी सरकार ने एक और तौफा से नागरिको को नौवाजा है। उन्होंने इन्टरनेट के स्पीड को और विकसित करने के लिए 5G स्पेक्ट्रम को नीलाम करने का एलान किया है।
केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को इसकी घोषणा की। उन्होंने बताया की 8 जुलाई से 5G स्पेक्ट्रम के ऑक्शन के लिए आवेदन शुरू हो जायेंगे इसकी नीलामी 26 जुलाई को होगी।
5G को लेकर सरकार ने क्या बताया …? (What did the government say about 5g…?)
हमारे देश के प्रधानमन्त्री के अध्यक्षता में केंद्रीय कैबिनेट ने 15 जून, बुधवार को 5g स्पेक्ट्रम को नीलाम करने हेतु मंजूरी प्रदान कर दी। सरकार का कहना है की अगले महीने 26 जुलाई को 72097.85 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम ( megahertz spectrum) के लिए बोली लगेगी। इस स्पेक्ट्रम की वैधता 20 साल तक रहेगी। परन्तु टेलिकॉम कंपनिया अगर चाहे तो इसको 10 साल में भी सरकार को वापस कर सकती है।
5G की स्पीड होगी 4g से 10 गुना ज्यादा तेज़ (5G speed will be 10 times faster than 4g )
जी हाँ इन्टरनेट की स्पीड का मज़ा और बढ़ जायेगा। अब आपको 5G में 4g से 10 गुना रफ़्तार से इन्टरनेट का लुफ्त उठा सकें । इसको आसान भाषा में कहा जाये तो 5G की अधिकतम स्पीड 20gbps मिलेगी मतलब आप बड़ी मूवी की फाइल या फिर की कोई भी फाइल पलक झपकते ही डाउनलोड हो जाएगी।
5G सर्विस शुरू करने वाला पहला देश कौन था…? (Which was the first country to start 5G service?)
5g की शुरुवात सबसे पहले दक्षिण कोरिया ने की । आपको बता दें 5G का मतलब होता है 5th generation । दक्षिण कोरिया ने अमेरिका और जापान को पीछे छोड़ते हुए 5g नेटवर्क शुरू करने में बाज़ी मार ली ।
योनहैप न्यूज़ एजेंसी का कहना है दक्षिण अफ्रीका ने अमेरिका से दो घंटे पहले 5g की सेवाओं का आरम्भ किया था । दक्षिण अफ्रीका के सबसे बड़े टेलिकॉम कंपनी ने बताया की उसने 3 अप्रैल 2019 को 11 बजे अपनी 5G सेवाए शुरू कर दी। एलजी युप्ल्स और केटी ने भी बताया की उन्होंने ने भी 5G की सेवाओं की शुरुवात कर दी है। दक्षिण कोरिया के आम नागरिकों को 5G की सेवाओं का लाभ 5 अप्रैल 2019 से मिलना शुरू हो गया था।
5g का सफलतापूर्वक परिक्षण करने वाली कंपनी कौन है….? (Who is the company that has successfully tested 5g….?)
देश में कई टेलिकॉम कंपनी के बीच 5G का सफलतापूर्वक परिक्षण करने की रेस मे भारती एयरटेल ने बाज़ी मारी। भारती एयरटेल ने हैदराबाद में इसका परिक्षण किया और वो सफल हुआ । भारती एयरटेल ने बताया की एक वाणिज्यिक नेटवर्क पर लाइव 5G के सेवा का सफल प्रदर्शन तथा आयोजन करने वाली देश की पहली टेलिकॉम कंपनी बन गयी है। ये परिक्षण उसने जनवरी 2021 में ही कर लिए था।
एयरटेल ने परिक्षण आखिर कैसे किया ….? (How did airtel test it?)
ये सवाल उठाना तो लाजिम है की सरकार ने इस साल 5G स्पेक्ट्रम को बेचने की अनुमति प्रदान की है । ये 5g स्पेक्ट्रम 8 जुलाई 2022 को ऑक्शन शुरू होगी और 26 जुलाई 2022 को बोली लगेगी।
एयरटेल ने बताया की उसके पास मौजूदा लिबरालाइज्ड स्पेक्ट्रम को 1800 मेगाहर्ट्ज बैंड में एनएसए नॉन स्टैंडअलोन) नेटवर्क तकनीक के सहायता से किया अपनी तरह के पहले डायनैमिक स्पेक्ट्रम शेयरिंग का उपयोग करते हुए एयरटेल ने उसी स्पेक्ट्रम ब्लॉक में 5जी और 4जी को समवर्ती रूप से संचालित किया. इस प्रदर्शन ने सभी डोमेन – रेडियो कोर और ट्रांसपोर्ट में एयरटेल के नेटवर्क की 5जी तत्परता को सशक्त रूप से मान्य किया है।
एयरटेल के एमडी (Managing Director) और सीईओ गोपाल विट्ठल बताते है की हमें अपने अभियंताओं (engineer) पर गर्व हो रहा है जिन्होंने हैदराबाद में इस अविश्वसनीय काम को करके दिखाया है। गोपाल विट्ठल का मानना है की आने वाले वक़्त मे भारत 5g का वैश्विक केंद्र अवश्य बनेगा।
भारत में JIO 5g लॉन्च की तारीख (jio 5g launch date in india)
जिओ 2016 में लॉन्च हुआ और इसने आते ही 4g सर्विसेज में क्रांति ला दी। इसने डाटा प्लान्स के कीमत में भारी कमी कर दी। जिसके वजह से देश में कई छोटी टेलिकॉम कंपनियों को भारी नुक्सान हुआ और कई कंपनियां तोह बंद हो गयी ।
बता दें की जिओ का पूरा नाम रिलायंस जिओ है, जिसके चेयरमैन श्री धीरुभाई अम्बानी के बड़े सुपुत्र मुकेश अम्बानी है।
जिओ को देश की सबसे पहले 5g सेवाओं की शुरुवात करना है तो उसे भारती एयरटेल को स्पेक्ट्रम की नीलामी में हराना होगा, जो 26 जुलाई में होगा।
रिलायंस जिओ के चेयरमैन मुकेश अम्बानी बताते है की उनकी कंपनी 5g सेवाए शुरू करने के लिए तयार है। रिलायंस जिओ ने देश के 1000 शहरों में 5g रोलआउट की योजना पूरी कर ली है। रिलायंस जिओ कंपनी ने कुछ शहरों में 5g रोलआउट योजना की पूरी की है, उनके नाम है, जामनगर, अहमदाबाद, चेन्नई, हैदराबाद, लखनऊ, पुणे दिल्ली, गुरुग्राम, बेंगलुरु, कोलकाता, चंडीगढ़, और गांधी नगर के साथ साथ 13 शहरों में उपलब्ध होगा।
जिओ ने दावा किया है की वो 5G नेटवर्क के डाटा- ड्राइवन पर काम कर रहा है। इसकी मदद से 5g डाटा की खपत अधिक से अधिक हो पाए। कोकोम्पन्य ने डाटा की ज्यादा खपत करने वाले इलाकों और ग्राहकों के पहचान करने के लिए 3डी मैप्स, हिट मैप्स, और रे ट्रेसिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग कर रही है।
जिओ ने 5g को पूरी तरह स्वदेशी रूप में ही विकसत किया है। जिओ ने बताया परिक्षण के दौरान जिओ 5g ने 1gbps की स्पीड प्राप्त की थी । 91mobiles की विशेष रिपोर्ट की माने तो पायलट टेस्टिंग डिवाइस में से एक पर नेटवर्क केवल 420 एमबीपीएस की डाउनलोड स्पीड और 412 एमबीपीएस की अपलोड स्पीड प्राप्त कर सका था।
5g नेटवर्क काम कैसे करेगा….? (How will 5g network work….?)
5G से इन्टरनेट की दुनिया बदलाव आएगा। आमलोग बेहतर स्पीड के साथ इन्टरनेट का मज़ा ले पायेंगे। 5G में यूजर्स को ज्यादा स्पीड के साथ साथ ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी और कम लेटेंसी देखने को मिलेगी।
5G पहले के सेलुलर टेक्नोलॉजी पे फोकस न करते हुए क्लाउड पर फोकस करेगा। इसका मतलब 5G बाकी नेटवर्क से एक कदम आगे बढ़ कर क्लाउड से क्लाइंट को कनेक्ट करेगा ।
वन सिंगल डिजिटल सिग्नल को डिफेन्स चैनल्स से रेगुलेट करने में 5g सहायता करेगा। इस प्रकिया को OFDM के नाम से जाना जाता है। OFDM का फुल फॉर्म Orthogonal Frequency-Division Multiplexing होता है। OFDM की सहायता से ये सुनिश्चित किया जाता है की सिंग्नल का कम से कम इन्तेर्फेरेंस हो।
5G नेटवर्क 5GNR (न्यू रडियो) एयर इन्तेर्फेरंस का उपयोग करेगा और mmWave तथा sub-6 GHz का उप्प्योग करेगा। 5g नेटवर्क 4g के स्पेक्ट्रम को कवर नहीं करेगा।
5G का उपयोग सिर्फ इन्टरनेट की स्पीड को बेहतर करना ही नहीं बल्कि अन्य जगह भी होगा जैसी की :- ड्राईवरलेस कार, वर्चुअल रियलिटी, क्लाउड गेमिंग के साथ साथ हेल्थकेयर के लिए भी नए द्वार खुलेंगे । Qualcomm का कहना है की 5g अभी तक 13.1 ट्रिलियन डॉलर ग्लोबल इकोनॉमिक आउटपुट दे चुका है।
5g के फायदे और नुक्सान (Advantages and disadvantages of 5g)
5G कई टेक्नोलॉजी को आपस में कनेक्ट करके इनफार्मेशन शेयर करेने में सहायता करेगा, और ये काम बहुत तेज़ी के साथ होगा।
हम जो कल्पना करते है की साइंस और टेक्नोलॉजी की दुनिया कैसी होगी , या जो हमें साइंस फिक्शन मूवीज में जो उपकरण का प्रयोग दिखाई देते है वो आने वाले समय में हम उसे असल दुनिया में भी देख पायेंगे।
आज के दुनिया में चार तरह की टेक्नोलॉजी बहुत सी समस्याओं को चुटकियों में सुलझा देती है और वो है:-
- 5g टेक्नोलॉजी ( 5g technology)
- इन्टरनेट ऑफ़ थिंग्स (Intrenet of Things)
- अर्तिफ़िशियल इंटेलिजेंस (Artificial Intelligence)
- क्लाउड कंप्यूटिंग (Cloud Computing)
ये चार चीज़े मिलकर जकाम को जितना आसन बनती है परन्तु इसके दुरूपयोग से बहुत ही खतरनाक संकटों का कारण भी बनेगी ।
इतना सब जब टेक्नोलॉजी हमारे लिए करेगी तो सोचने वाली बात है की आम लोगों की निजी जानकारी कहाँ तक सुरक्षित रह पायेगी।
इसके नुक्सान में ये होगा की उपकारों की बैटरी ज्यदा जल्दी खत्म हो जाएगी । अपलोडिंग और डाउनलोडिंग के गति में अंतर आ सकता है।
5g के हमारे जीवन में बदलाव (5G changes our lives)
5G हमारे जीवन में बहुत बड़ा बदलाव लेकर आएगा। यह कई मुश्किलों को आसन उअर सुविधा जनक बनाएगा। इसके इस्तेमाल से इनोवेशन में एक नया बदलाव आएगा। 5G टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से स्मार्ट होम, स्मार्ट सिटी, स्मार्ट होम, वर्चुअल रियलिटी जैसे अनेकों चीजों में बड़े बदलाव और भी विकसित होते हुए देखा जायेगा।
5G को लेकर बाकी देशों की स्थिथि (Status of other countries regarding 5g)
आपको बता दें की अमेरिका, चीन, ऑस्ट्रेलिया और कई दक्षिण अमेरिकन और अफ्रीकन देशों 5g की सर्विस चालू है। भले ही यहाँ पुरे देश में 5g की सर्विस उपलब्ध न हो परन्तु इन् देशों के एक बड़े हिस्से में इसके सर्विस काम कर रही है।
यूरोप के कुछ देशों में जैसे की जर्मनी और फ्रांस जिसकी आबादी भारत के आबादी के लिहाज़ से बहुत ज्यादा कम है। इन देशों 5g की सर्विसेज बहुत पहले से काम कर रही है। इन् देशों ने बहुत भारत से बहुत पहले ही 5g पे काम शुरू कर दिया था और वो काफी समय से लुफ्त उठा रहे है।
Ookla एक कंपनी है जो 5g के नेटवर्क को ट्रैक करने का काम करती है उसने ये बताया है की भारत भी उन देशों की सूचि में शामिल है जहाँ अभी तक 5g की सर्विसेज चालु नहीं है। भारत के पडोसी देशों की बात करें तो पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल ने इसके बारें में सोचना भी शुरू नहीं किये है।
रूस भी अपनी राजधानी मास्को में 5g कि सेवा शुरू कर दी है, यहाँ तक दुनिया की सबसे बुरी आर्थिक स्थिथि वाला देश श्रीलंका भी अपने यहाँ 5g चला रहा है।