मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद अब पौष माह की शुरुआत, यहां देखें व्रत-त्योहार की प्रमुख तिथियां

मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद हिन्दू कैलेंडर का नया माह यानि पौष आरंभ होता है, जिसका समापन पूर्णिमा तिथि पर 17 जनवरी 2022 को होगा. इस माह को भगवान सूर्य और श्री हरि नारायण की पूजा के लिए समर्पित माना जाता है. वहीं, 18 जनवरी से माघ माह की शुरुआत होगी.
हिंदू धर्म में पौष के महीने को बहुत पुण्यदायी महीना माना जाता है. हर माह की पूर्णिमा तिथि के बाद नए माह की शुरुआत होती है. हिंदू कैलेंडर में सभी महीनों के नाम किसी न किसी नक्षत्र पर आधारित हैं. माना जाता है कि माह की पूर्णिमा के दिन चंद्रमा जिस नक्षत्र में होता है, उसी नक्षत्र से जोड़कर उस महीने का नाम रखा गया है. बता दें कि इस महीने को पौष या पूस का महीना भी कहा जाता है. इस महीने में बहुत ज्यादा सर्दी होती है. बता दें कि इस साल 2021 की आखिरी पूर्णिमा यानी मार्गशीर्ष पूर्णिमा 18 दिसंबर को थी. मार्गशीर्ष पूर्णिमा को अगहन पूर्णिमा भी कहा जाता है. मार्गशीर्ष पूर्णिमा के बाद हिन्दू कैलेंडर का नया माह यानि पौष का आरंभ होता है.
मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के बाद पौष माह की शुरुआत हो चुकी है, जिसका समापन पूर्णिमा तिथि पर 17 जनवरी को होगा. वहीं, 18 जनवरी से माघ माह की शुरुआत होगी. इस माह में सूर्य देव की और भगवान श्री हरि विष्णु की उपासना का विशेष महत्व माना जाता है. नए माह की शुरुआत होते ही, महीने के तिथियों के अनुसार, व्रत और त्योहार भी शुरू हो जाते हैं. पौष माह में भी कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं. आइए आपको बताते हैं इस माह के मुख्य व्रत और तिथि.
पौष अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व
पौष के महीने का धार्मिक महत्व बढ़ जाने के कारण इस माह की अमावस्या और पूर्णिमा का महत्व काफी अधिक माना जाता है. मान्यता है कि पौष पूर्णिमा के दिन पवित्र नदियों में स्नान करना चाहिए, वहीं इस दौरान पूजन करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है. वहीं इस माह की अमावस्या को पितृदोष और कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए शुभ माना जाता है.
पौष माह की प्रमुख तिथियां |
20 दिसंबर- पौष माह का आरंभ.
22 दिसंबर- अंगारकी चतुर्थी.
25 दिसंबर- क्रिसमस का त्योहार.
27 दिसंबर- रुक्मणी अष्टमी.
31 दिसंबर- सफला एकादशी.
01 जनवरी- अंग्रेजी नववर्ष प्रारंभ.
02 जनवरी- पौष अमावस्या और नर्मदा पंचकोशी यात्रा का समापन.
06 जनवरी- विनायकी चतुर्थी.
09 जनवरी- गुरु गोविंद जयंती.
12 जनवरी- स्वामी विवेकानंद जयंती.
13 जनवरी- पुत्रदा एकादशी और लोहड़ी.
14 जनवरी- मकर संक्रांति और पोंगल पर्व.
15 जनवरी- शनि प्रदोष और खरमास खत्म.
17 जनवरी- पौष पूर्णिमा