‘BJP के नेता बेच रहे मंदिरों की जमीन’, नवाब मलिक का नया आरोप, बोले- ED करे मामले की जांच

उन्होंने कहा कि मस्जिद और मंदिर की मालिकाना जमीन को बेचा नहीं जा सकता है, बावजूद इसके साल 2017 से ही यह खेल चल रहा है. उन्होंने कहा कि जब विधानसभा में इस बारे में प्रश्न पूछा गया तो एक अधिकारी को निलंबित किया गया. बतौर मलिक इसमें अब तक 2 FIR दर्ज हैं. जांच के लिए गृहमंत्री ने भी 2 SIT गठित की हैं.
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री और एनसीपी (NCP) नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) ने अब आरोप लगाया है कि बीजेपी के नेता राज्य में मंदिरों की जमीन बेच रहे हैं. उन्होंने प्रवर्तन निदेशालय (ED) से इसकी भी जांच करने का अनुरोध किया है. मंगलवार (21 दिसंबर) को एक प्रेस कॉन्फ्रेन्स में मलिक ने कहा, “हमारा आरोप है कि जो बीजेपी श्रीराम मंदिर के नाम पर राजनीति कर रही है, वो मंदिरों की जमीन बेचने का गोरखधंधा भी कर रही है. ED से मांग है कि इसकी भी जांच की जाए.”
मलिक ने कहा, “कुछ दिनों पहले वक्फ बोर्ड की जमीनों पर ED के छापा पड़ने की खबर आई थी. तब हमने खुलासा किया था कि वक्फ बोर्ड के दफ्तर में कोई छापा नही पड़ा था बल्कि वक्फ बोर्ड ने जो मामले दर्ज कराए थे उस संदर्भ में जांच की गई थी. हम बताने चाहते हैं कि वक्फ बोर्ड के जरिए अब तक 11 FIR दर्ज की जा चुकी हैं.”
मंत्री ने बताया कि इसके साथ ही एक FIR प्राइवेट व्यक्ति ने भी दर्ज कराई है. उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीन बेचने की ही तरह हिन्दू देवस्थानों की जमीन बेचने का मामला भी सामने आया है. मलिक ने आरोप लगाया कि हिन्दू देवस्थानों की कुल 300 एकड़ जमीन बेची जा चुकी है. उन्होंने कहा कि सेवा इनाम यानी पूजा करने का अधिकार को मदद इनाम (मालिकाना अधिकार) में बदलकर जमीनें बेची गईं.