बिहार के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में कोरोना विस्फोट, 87 डॉक्टर और छात्र कोविड पॉजिटिव

राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 1074 है. वहीं, पिछले 24 घंटे में 27 लोगों ने कोरोना को मात दी है.
बिहार में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 352 नए मामले दर्ज किए गए हैं. इनमें सबसे ज्यादा नालंदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के 87 डॉक्टर और छात्र शामिल हैं. शनिवार को यहां 12 डॉक्टर कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे, जिसके बाद रविवार को 194 लोगों का सैंपल लिया गया था. इनमें से 87 की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. बिहार के दूसरे सबसे बड़े अस्पताल में संक्रमित पाए गए लोगों में ज्यादात्तर जूनियर डॉक्टर्स, इंटर्न और पीजी के छात्र हैं.
पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बताया, “पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के 87 डॉक्टरों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. सभी में या तो लक्षण ही नहीं, या फिर कुछ में हल्के लक्षण दिखाई दिए हैं. सभी को अस्पताल परिसर में ही आइसोलेट किया गया है.
Bihar: "87 doctors of Nalanda Medical College and Hospital in Patna have tested positive for COVID-19. All of them are either asymptomatic or have mild symptoms and are in isolation on the hospital campus," Patna DM Chandrashekhar Singh said on Sunday
— ANI (@ANI) January 3, 2022
बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी बुलैटिन के मुताबिक, राज्य में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 1074 है. वहीं, पिछले 24 घंटे में 27 लोगों ने कोरोना को मात दी है. अब तक कुल 714358 लोग कोरोना से ठीक हो चुके हैं. विभाग के मुताबिक, राज्य में कोरोना रिकवरी दर 98.19 फीसदी है.
#COVIDー19 Updates Bihar:
(शाम 4 बजे तक)➡️विगत 24 घंटे में कुल 95,875 ???? सैम्पल की जांच हुई है।
➡️अबतक कुल 7,14,358 मरीज ठीक हुए हैं।
➡️वर्तमान में #COVID19 के active मरीजों की संख्या 1074 है।
➡️बिहार में कोरोना मरीजों का रिकवरी प्रतिशत 98.19 है।#BiharHealthDept pic.twitter.com/XF2PEK1wLZ
— Bihar Health Dept (@BiharHealthDept) January 2, 2022
बता दें, बिहार की राजधानी पटना में स्कूलों को शीतलहर के प्रकोप और कोविड-19 के मामलों में इजाफे की वजह से हफ्ते भर के लिए बंद कर दिए गए हैं. प्रशासन की ओर से जारी आदेश के दायरे से नौवीं और इससे उपर की कक्षाओं को बाहर रखा गया है. पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह ने आदेश में कहा कि सभी निजी एवं सरकारी विद्यालयों में आठवीं कक्षा तक, आठ जनवरी तक पठन-पाठन गतिविधियां स्थगित रहेंगी.बता दें, पटना में पिछले हफ्ते कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट का राज्य में पहला मामला सामने आया था.