डीयू कॉलेजों की सूची से कॉलेज ऑफ आर्ट गायब, एडमिशन के लिए छात्र नहीं कर पा रहे रजिस्ट्रेशन। 

 डीयू कॉलेजों की सूची से कॉलेज ऑफ आर्ट गायब, एडमिशन के लिए छात्र नहीं कर पा रहे रजिस्ट्रेशन। 

Delhi University: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (Delhi University Teachers’ Association) ने गुरुवार को दावा किया कि विश्वविद्यालय के नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) पोर्टल के माध्यम से कॉलेज ऑफ आर्ट (College of Art) में प्रवेश पाने वाले छात्र पंजीकरण करने में असमर्थ हैं क्योंकि कॉलेज ऑफ आर्ट कॉलेजों की सूची से गायब है.

दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (Delhi University Teachers’ Association) ने गुरुवार को दावा किया कि विश्वविद्यालय के नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (National Testing Agency) पोर्टल के माध्यम से कॉलेज ऑफ आर्ट (College of Art) में प्रवेश पाने वाले छात्र पंजीकरण करने में असमर्थ हैं क्योंकि कॉलेज ऑफ आर्ट कॉलेजों की सूची में नहीं दिख रहा है.

कॉलेज ऑफ आर्ट (CoA) ललित कला में बैचलर और मास्टर डिग्री पाठ्यक्रम प्रदान करता है. दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति योगेश सिंह को लिखे पत्र में, डीयूटीए (DUTA) के अध्यक्ष एके भागी ने मांग की कि छात्रों को कॉलेज ऑफ आर्ट में प्रवेश के लिए आवेदन करने का विकल्प दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय की नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पोर्टल को जल्द से जल्द अपडेट किया जाना चाहिए और पंजीकरण की अंतिम तिथि को तदनुसार बढ़ाया जाना चाहिए.

दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (DUTA) ने यह भी मांग की कि सीओए प्रशासन को सत्र 2021-22 के लिए ललित कला में बैचलर और मास्टर के लिए प्रवेश शुरू करने का निर्देश दिया जाए. हालांकि, कुलपति सिंह ने स्पष्ट किया कि सीओए दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध कॉलेज है और इसके प्रवेश अलग से होते हैं. पिछले साल मार्च में, सरकार ने घोषणा की कि सीओए को अंबेडकर विश्वविद्यालय से संबद्ध किया जाएगा, क्योंकि कॉलेज विभिन्न समस्याओं का सामना कर रहा था.

पिछले शैक्षणिक सत्र के दौरान सीओए में प्रवेश नहीं हो सका क्योंकि दिल्ली विश्वविद्यालय और दिल्ली सरकार संबद्धता को लेकर आपस में उलझ गई थी. डीयूटीए ने अपने पत्र में कहा, “जो छात्र बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स और मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्होंने पाया कि पंजीकरण के लिए ऑनलाइन पोर्टल में कॉलेज ऑफ आर्ट का विकल्प नहीं दिख रहा है.” पत्र में यह भी है, “यह उल्लेख करना भी उचित है कि दिल्ली विश्वविद्यालय ने सीओए को अंबेडकर विश्वविद्यालय के साथ विलय करने के लिए एनओसी नहीं दी थी.”

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डीयूटीए की मांग है कि “छात्रों को कॉलेज ऑफ आर्ट में प्रवेश के लिए आवेदन करने का विकल्प दिया जाना चाहिए और विश्वविद्यालय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी पोर्टल को जल्द से जल्द अपडेट किया जाना चाहिए और तदनुसार पंजीकरण करने की अंतिम तिथि बढ़ा दी जाए.”

सिंह ने कहा कि सीओए में प्रवेश स्वतंत्र रूप से और अलग से होता है. “स्थापना के बाद से, सीओए में प्रवेश अलग और स्वतंत्र रूप से होता है. यह डीयू से संबद्ध कॉलेज है. मुझे नहीं पता कि यह मांग अब क्यों उठाई जा रही है.” अपने पत्र में, डीयूटीए ने कहा, “यह डीयूटीए के लिए पूरी तरह से अस्वीकार्य है कि पीढ़ी के एक पूरे बैच को प्रमुख कॉलेजों में से एक दिल्ली विश्वविद्यालय में प्रवेश लेने के अवसर से वंचित किया जाता है.”

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