|| अफगानिस्तान में आया भूकंप का प्रकोप || Earthquake in Afghanistan || 2022

 || अफगानिस्तान में आया भूकंप का प्रकोप || Earthquake in Afghanistan || 2022

अफगानिस्तान में आया भूकंप का प्रकोप (Earthquake in Afghanistan)

अफगानिस्तान में भूकंप (Earthquake) की वजह से भारी ताभाई हुई है। अफगानिस्तान देश के पूर्वी इलाके पाकटिका में भूकम्प के तेज़ झटके महसूस किये गए । आपको बता दें की भूकंप (Earthquake) 22 जून 2022 के दिन बुधवार को आया था।

प्रकृतिक आपदा का शिकार बना पाकटिका शहर भूकंप (Earthquake) के कारण ताश के पत्तो की तरह बिखर गया। भूकंप (Earthquake) की गति की  बात की जाये तो आपको बता दें की भूकंप (Earthquake) की गति 5.9 दर्ज की गयी है। भूकंप बहुत भयानक मंजर बना दिया है।

U.S. Geological Survey ने ये जानकारी दी है की रिक्टर सक्ले पे भूकंप की रफ़्तार 6.1 दर्ज की गयी है। एएनआई न्यूज़ एजेंसी का कहना है कि भूकंप के कारण घायलों की संख्या 1500 से अधिक दर्ज की गयी है बल्कि मरने वालो की संख्या 1000 से अधिक है।

अफगानिस्तान के भूकंप (Earthquake) के झटके पकिस्तान के लोगों ने भी महसूस किया। सूत्रों से पता चलता है की पकिस्तान में कोई जान-माल की हानि की खबर नहीं आई है।

रायटर्स की माने तो पाकटिका में भूस्खलन के साथ साथ हज़ारो की संख्या में मकानों को क्षति पहुची है। एएनआई का कहना है की भूकंप (Earthquake) ने सबसे जयादा पाकटिका प्रांत के चार जिलो पर अपना प्रभाव डाला है। इस जगह हज़ारो मकान ताश के पत्तो की तरह बिखरे पड़े है, तथा यहाँ भूस्खलन भी हुआ है ऐसी खबरे आई है।

आपदा प्रबंधन का कहना है की भूस्खलन और मकान गिराने के कारण मरने वालों की संख्या में बढ़ोतरी आई है। शरू से मिले जानकारी कहती है की जान-माल की हानि गायन जिले में हुई है जो पाकटिका शहर में है। इन सबके अलावा खोस्त प्रांत के स्पेरा जिले में स्तिथ अफगान दुबई गाव में भी भ्कंप ने ताभाई मचाई है।

भूकंप के झटके भारत में भी (Earthquake tremors also in India):-

अफगानिस्तान में आया भूकंप (Earthquake) पकिस्तान के साथ साथ भारत में भी झटके दे के गया। हालाकि ये झटके बहुत ही कम थे। European-Mediterranean Seismological Centre (EMEC) ने जानकारी दी की भूकंप के झटके अफगानिस्तान, पाकिस्तान और भारत में महसूस किये गए है। पकिस्तान के मीडिया ने बताया की भूकंप इस्लामबाद और पुरे देश में भूकंप की रफ़्तार धीमी रही। भूकंप के झटके पकिस्तान देश के लाहौर, मुल्तान तथा अन्य जगह मभी महसूस किये गए।

खोस्त बना भूकंप का केंद्र (Khost became the epicenter of the earthquake):-

अफगानिस्तान के खोस्त प्रांत को भूकंप (Earthquake) का केंद्र बताया गया है। यूनाइटेड स्टेट्स जियोलाजिकल सर्वे (United States Geological Survey), USGS के अनुसार अफगानिस्तान के खोस्त जिला जो की दक्षिण पूर्व में बसा हुआ है वहां से 44 किलो मीटर दूर 51 किलो मीटर के गहराई में भूकंप आया था।

आपदा प्रबंधन के अधिकारियों ने बताया की भूकंप से सबसे ज्यादा नुकसान पाकटिका शहर में हुआ है।  अफगानिस्तान देश के पूर्वी इलाके में बसा शहर पाकटिका पर भूकंप ने सबसे ज्यादा ताभाई मचाई है।

राहत और बचाव कार्य जारी है (Relief and rescue work continues):-

आपको बता दें की अफगानिस्तान में अब तालिबान का वर्चस्व है। तालिबान प्रशासन के आपदा प्रबंधन के प्रमुख मोह्हमद नसीम हक्कानी ने ये जानकारी दी की भूकंप से प्रभावित इलाको में रहत और बचाव कार्य चल रहा है। स्थानियों अधिकारों के हवाले से टोलो न्यूज़ से बात चित में बताया गया की भूकंप के वजह से हज़ारो की तादाद में मकान क्षतिग्रस्त हुए है तथा मलबों में जो फसे हुए है उनको निकलने का काम जारी है।

आपको बता दें की बीते साल ही दो दशक लम्बे युद्ध से निजात पाने के पश्चात ये अफगानिस्तान में आई दूसरी सबसे बड़ी आपदा है। अफगानिस्तान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी बख्तार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है की इस आपदा से अब तक 255 लोगों की मौत की हो चुकी है। न्यूज़ एजेंसी ने ये सुचना दी है की घटनास्थल पर हेलीकाप्टर भेज के बचाव का कार्य शुरू हो गया है।

न्यूज़ एजेंसी के डायरेक्टर ने अब्दुल वाहिद रयान ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी है की भूकंप के कारण पाकटिका में 90 मकान तबाह हो गए है।

सोशल मीडिया पर विडियो शेयर हो रहा है जिसमें ये साफ़ देखा जा सकता है की पकिस्तान से सटे पाकटिका शहर में बचाव काम तेज़ी से चल रहा है। इस विडियो में देखा जा सकता है की कैसे लोगों को हेलीकाप्टर के माध्यम से निकला जा रहा है।

बिलाल करीम जो तालिबान सरकार के उपप्रवक्ता है ये बताते है की “भीषण भूकंप ने पक्तिका प्रांत के 4 जिलों को प्रभावित किया है। इस आपदा में देश के सैकड़ों लोगों की मौत होने और जख्मी होने की आशंका है। इस आपदा के चलते दर्जनों मकान तबाह हो गए हैं।“

उन्होंने ये भी कहा की हम सभी एजेंसियों से अपील करते है की अपने टीम को आपदा प्रभावित में भेजे और पीडितो के सहयता करें। EMSC ने ये बताया की भूकंप के झटके 500 किमी के दायरे में महसूस किये गए। इस दायरे में भारत के भी कुछ इलाके शामिल है।

चुनौती बड़ी है तालिबान के लिए  (The challenge is big for Taliban):-

भूकंप (Earthquake) से हुए भारी तबाही

से नुक्सान और जान-माल का खतरा तालिबानियों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गया है। आपको ये बता दें की बहुत बुरे दौर से गुजर रहे अफगानिस्तान पे मुसीबतों क पहाड़ सा टूट पड़ा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने अफगानिस्तान से दुरी बना ली है। ऐसा इसलिए हुआ क्यूंकि अफगानिस्तान पे तालिबानियों का कब्ज़ा हो गया।

आपको बता दें की अमेरिका अपने सैनिकों का साथ अफगानिस्तान से हटाया तो इसी का फायदा उठा के तालिबान ने उन पर कब्ज़ा कर लिया।

संयुक्त राष्ट्र की टीम लेगी जायजा (United Nations team will take stock) :-

संयुक्त राष्ट्र ने कहा है उनकी टीम घटनास्थल पे मौजूद है और उन्होंने साहयता भी भेजी है।

पीड़ितों का दुःख (the suffering of the victims):-

पाकटिका प्राविन्स जो की एक स्थानीय पत्रकार है उन्होंने बताया की यहाँ पर मौत का मातम छाया हुआ है आप जिस रास्ते से गुज़ारिए हर जगह मौत दिखाई देगी। बहुते के घर बर्बाद हो चुके है कई लोग अब जा चुके है। इन्ह्ने ये मंज़र साफ़ साफ़ अपनी आखों से देखा है। सच में ऐसे हालात की कल्पना करने से भी डर लगता है।

पाकटिका प्रांत में रहने वाली एक पीडिता जिनका नाम है फातिमा उन्होंने बताया की आधी रात आये भूकंप ने हमें बर्बाद कर दिया चारों और रोने की आवाज़ आ रही थी। मैं और मेरे बच्चे चिल्ला रहे थे पडोसी के घर से भी रोने और चीखने की आवाज गूंज रही थी। इस भूकंप ने हमारा सब कुछ बर्बाद कर दिया है। हमारे पास जो घर था जिसमें हम निवास करते थे वो भी प्राकतिक आपदा भूकम्प ने हमसे छीन लिया।

फैसल जो की इस भूकंप की घटना से पीडित है वो बताते है की इस भूकंप ने सब कुछ तबाह कर दिया है हमे कहीं का भी नहीं छोडा है।

रयान ने बताया की भूकंप के कारण पडोसी खोस्त प्रान्त में कई लोगों के मारे जाने अथवा घायल होने की आशंका है।

भारत ने सहायता करने की बात कहीं (India promised to help) :-

कुदरत का प्रकोप झेलते अफगानिस्तान की स्थिथि पर भारत ने दुःख प्रकट किया है। भारत ने बुधवार को अफगानिस्तान के पूर्वी पाकटिका प्रान्त में आये भूकंप से काफी ज्यादा संख्या में मारे जाने पर बुधवार को दुःख प्रकट किया। भारत ने अफगानिस्तान को इस संकट की घडी में सहायता और समर्थन देने की बात कही।

भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिदम बगीचा ने ट्वीट करके कहा की भारत, अफगानिस्तान में आये भयावह भूकंप के पीडीतो और उनके परिवारजनों तथा इससे प्रभावित होने वाले सभी लोगों के प्रति सहानभूति और शोकं प्रकट करता है। उन्होंने कहा की अफगानिस्तान की इस संकट की घडी में उन्हें सहयता और समर्थन देने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते है, और अफगानिस्तान की पीडाओं को साझा करते है।

तालिबान ने मांगी अंतर्राष्ट्रीय मदद  (Taliban seeks international help):-

प्राकृतिक आपदा भूकंप से पीड़ित अफगानिस्तान की सरकार तालिबान ने अंतर्राष्ट्रीय मदद का आह्वाहन किया है।

अफगानिस्तान में बचाव कार्य जारी है। आपात प्रबंधन सेवा के अधिकारी सराफुद्दीन मुस्लिम ने कहा की “ किसी देश पर जब इस तरह की आपदा आती है तबी अन्य देशों की जरुरत पढ़ती  है “।

पाकटिका से प्राप्त फोटो में ये देख जा सकता है की वहां पर कुछ लोग घायलों की सहयता कर रहे है तथा उन्हें कम्बल में लपेट कर हेलीकाप्टर तक पहुचाने पर लोगों की सहयता कर रहे है। और कुछ लोगों हेलीकाप्टर द्वारामदाद नहीं मिल पायी उन लोगों की सहायत और इलाज़ जमीन पे ही हो रहा है।

अफगानिस्तान में जब 1998 में भूकंप आया था तो उसमें 4500 लोगों की जान गयी थी। ये भूकंप अफगानिस्तान के उत्तर पूर्वी इलाके में आया था। इसकी गति 6.1 नापी गयी थी। अमेरिका की भूगर्भ सर्वेक्षण के भूकंप विज्ञानी रॉबर्ट सेंडर्स ने कहा कि विश्व के ज्यादातर स्थानों पर इतनी तीव्रता के भूकंप से काफी तबाही होती है।

उन्होंने ने कहा , ‘‘पर्वतीय क्षेत्र हो ने के कारण भूस्खलन भी हो ने की आशंका है जिसके बारे में खबर आने तक हम कुछ नहीं कह सकते । पुरानी इमारतों के ढहने की आशंका है।“ फिलहाल ये स्पष्ट नहीं हो सका है की अधिकारी सरकार समाचार एजेंसी के द्वारा बताई गयी मृतकों की संख्या तक कैसे पहुचे। क्यूंकि अभी तालिबान अभी सरकार के पुनर्गठन करने का प्रयास कर रहा है।

अफगानिस्तान के प्रधानमन्त्री मोहम्मद हसन अंखुद ने काबुल में पाकटिका और खोस्त में भूकंप से पीडीतो के लिए रहत कोशिशों को बढ़ावा तथा उसमें समन्वय लाने हेतु आपात बठक बुलाई है। ये बैठक राष्ट्रपति भवन में आयोजित की जाएगी। अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र के समन्वयक रमीज अकबारोव ने ट्वीट किया , ‘‘सहायता पहुंचने को है।“

पकिस्तान की प्रधानमन्त्री शाहबाज़ शरीफ ने भूकंप से मची तबाह पर सवेदना व्यक्त करते हुए कहा की उनका देश अफगानिस्तान के लोगों को सहयता प्रदान करेगा।

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