गोरखपुर: में राजकीय स्पर्श दृष्टि बाधित बालक, बालिका, व संकेत मूक बधिर स्कूल में, केंद्र सरकार की दिव्यांगो की योजनाओं पर कार्यशाला सक्षम, गोरखपुर के द्वारा आयोजित हुई।

गोरखपुर: में राजकीय स्पर्श दृष्टि बाधित बालक, बालिका, व संकेत मूक बधिर स्कूल में, केंद्र सरकार की दिव्यांगो की योजनाओं पर कार्यशाला सक्षम, गोरखपुर के द्वारा आयोजित हुई।
कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत दृष्टि बाधित बच्चों ने स्वागत गीत के द्वारा की।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता समाजसेवी डॉ. गौतम पाल ने कहा दिव्यांगता कोई अभिशाप नही, यह परमात्मा का दिया हुआ उपहार है। आज दिव्यांगजनो की क्षमताओं का दुनिया ने लोहा माना है। शिक्षा, खेल, संस्कृति, साहित्य, सिनेमा में कही भी दिव्यांगजन पिछे नही है। अगर किसी के घर में कोई बालक दिव्यांग है,तो उसकी देखभाल करना, ये जिम्मेदारी उस परिवार की नही है, बल्कि पूरे समाज की है। दिव्यांगजनो को जरूरत है प्रोत्साहित और स्नेह देने की। वो सामान्य व्यक्ति से भी अच्छा कार्य कर सकते है।
गौतम ने कहा की वो सन 1995 से दिव्यांगजनो के हितों के लिए कार्य कर रहे है। और खुद भी बाल्यकाल से दिव्यांग हैं। दिव्यांग के जीवन में क्या कठिनाई होती है। भलीभांति समझता हूँ।
इस दौरान गौतम पाल ने केंद्र सरकार बहुत सारी दिव्यांगजन योजनाएं, दिव्यांगजनो को बताई। गौतम पाल अब तक एक लाख पचास हजार दिव्यांगजनो तक सरकार की योजनाओं को पहुँचा चुके हैं। ग्रामीण परिवेश में रहने वाले हजारों दिव्यांगजनो को सरकार की बहुत सारी योजनाओं का पता ही नही चल पाता है। और वो उन योजनाओं से वंचित रह जाते है।
देश में लगभग चार करोड़ दिव्यांग भाई बहन है। देश के 44 प्रान्तों में गौतम पाल कार्यशाला करके दिव्यांगजनो तक, दिव्यांगों की सरकार की योजनाओं को पहुँचा रहे हैं।
इस दौरान गौतम पाल ने अपनी हाल ही में प्रकाशित पुस्तक, दिव्यांगता अभिशाप नहीं, सभी लोगो को भेंट की।
कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि समाजसेवी मणि शंकर ने गौतम पाल के सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम की अध्यक्षता, प्रधानाचार्य लक्ष्मी शंकर जायसवाल ने की
मंच का संचालन कार्यक्रम संयोजक ई.अजीत पाल(जिला सचिव, सक्षम गोरखपुर) ने किया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से राज कुमार गुप्ता,विनय कुमार,अभिषेक श्रीवास्तव, विकास दुबे, प्रशांत सिंह, रेखा यादव, व सैकड़ों दृष्टि बाधित व मूक बधिर बालक, बालिका, दिव्यांगजन मौजूद रहें|