2023 में लोगो के लिए घर बनवाना नहीं होगा आसान फिर से नृमाण रेट में होंगे इजाफा

2023 में लोगो के लिए घर बनवाना नहीं होगा आसान फिर से नृमाण रेट में होंगे इजाफा
बढ़ती महंगाई का असर प्रदेश की आर्थिक राजधानी के सबसे बड़े सेक्टर रियल एस्टेट और कंस्ट्रक्शन सेक्टर पर पड़ा है।निर्माण लागत 40 प्रतिशत तक बढ़ गई है। निर्माण सामग्री में 10 से 100 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है। सरकारी और निजी सेक्टर के बिल्डर्स ने पुराने ठेकों पर काम करने से इंकार कर दिया है। बिल्डर सरकारी ठेकों में जहां सिर्फ कॉन्ट्रैक्ट या एग्रीमेंट हुए है, वहां दोबारा टेंडर की मांग कर रहे हंै। सरकार ने इसमें राहत भी दी है।
बिल्डर्स एसाे. ऑफ इंडिया की माने तो शहर में 5 हजार करोड़ के करीब 150 प्रोजेक्ट सिर्फ सरकारी एजेंसियों के चल रहे हैं। निजी सेक्टर के 500 बड़े प्रोजेक्ट भी हैं। महंगाई का असर ये कि औसत निर्माण लागत भी 1500 से 1800 रुपए वर्ग फीट हो गई है। बिल्डर्स एसो. चेयरमैन अरुण जैन के मुताबिक हमने सरकार से मांग की है कि जो अंतर आ रहा है, वह या तो बढ़ाकर दें या फिर कॉन्ट्रैक्ट खत्म करें।
बढ़ती महंगई पे सरकार राहत नहीं देगी तो बहुत जल्दी आ सकता है आर्थिक विश्राम । भारत की सबसे अधिक रोज़गार प्रदान करने वाली इंडस्ट्री पहले ही कोविड के कारण ऊबर नहीं पाए हे बढ़ती महँगाई से आम लोगो की जेब पर पड़ेगा असर।