पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) को मंत्री पद से हटा दिया गया है। 2022

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पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) को मंत्री पद से हटा दिया गया है।
पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) को मंत्री पद से हटा दिया गया है। पश्चिम बंगाल से जुड़े शिक्षक भर्ती घोटाले में नाम आने के बाद ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) को मंत्री पद से हटा। गिरफ्तारी के छह दिन बाद उन पर ममता बनर्जी ने कार्रवाई की है। ममता बनर्जी ने कहा, ‘मैंने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया है। मेरी पार्टी सख्त कार्रवाई करती है। इसके पीछे कई कारण हैं लेकिन मैं विवरण में नहीं जाना चाहती।’ पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) एक भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जिन्होंने वाणिज्य और उद्योग मंत्री के रूप में कार्य किया है और इन्होने पहले पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा मंत्री के रूप में भी कार्य किया है।
इन्होने अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस के पश्चिम बंगाल के महासचिव का राजनीतिक पद भी संभाला। पार्थ चटर्जी (Parth Chatterjee) फिलहाल उद्योग मंत्री थे और जब वह शिक्षा मंत्री थे उस दौरान हुए घोटाले के लिए उनको गिरफ्तार किया जा चुका है। बंगाल के चीफ सेक्रेटरी ने एक आदेश जारी किया जिसमे पार्थ चटर्जी को उद्योग मंत्री के पद से हटाये जाने के साथ-साथ बाकी पदों से भी हटाने की बात थी।
पार्थ चटर्जी को ईडी ने शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया है और साथ ही उनकी सहयोगी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी भी गिरफ्तार हुयी है। अर्पिता के घर पर मारे गये छापे में 20 करोड़ के करीब रुपये कैश मिला था। इसके बाद अर्पिता के दूसरे घर पर भी छापा मारा गया और वहा भी लगभग 20 करोड़ रूपये कैश मिला और साथ ही कई किलो तक सोना भी मिला। ईडी का मानना है कि यह वही पैसा है जो कि शिक्षक भर्ती में हुए घोटाले में घूस के तौर पर लिया गया था।
सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में, उन्हें एम्स भुवनेश्वर में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें बड़े पैमाने पर कार्डियक अरेस्ट है और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है। पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी अर्पिता मुखर्जी के पकड़े जाने के बाद हुई थी।