Sleeping tips: आइये बताते है की किस उम्र मे पैरेंट्स को बच्चों के साथ सोना नही चाहिए:2022

 Sleeping tips: आइये बताते है की किस उम्र मे पैरेंट्स को बच्चों के साथ सोना नही चाहिए:2022

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Sleeping tips: आइये बताते है की किस उम्र मे पैरेंट्स को बच्चों के साथ सोना नही चाहिए:

(Sleeping tips) अक्सर हम देखते है की बच्चो अपने माँ बाप के साथ सोना ज्यादा पसन्द करते है। और कुछ ऐसे बहुत से पैरेंट्स भी होते है जो बच्चों को अपने साथ सुलाना पसंद करते हैं और बच्चे भी मां-बाप के साथ सोते हैं। इससे बच्चे और पैरेंट्स दोनों को फायदा होता है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक 3 से 4 साल तक के बच्चों को अपने साथ सुलाने से बच्चों का मनोबल बढ़ता है, आत्मविश्वास में इजाफा होता है और मनोवैज्ञानिक समस्याएं कम होती है। बच्चे पैरेट्स के साथ ओपन माइंडेड हो जाते हैं। (Sleeping tips) पर बच्चो जब उस उम्र तक पहुँच जाते है जब उन्हे अलग सुलाना चाहिए। हम आपको बताते है कि किस उम्र मे पैरेंट्स को बच्चों से अलग सुलाना चाहिए। 

जब बच्चे छोटे होते है तब उनको अपने पास ही सुलाना चाहिए। दरअसल, एक उम्र तक बच्चों का मां-बाप के साथ एक बैड पर सोना ठीक माना जाता है लेकिन कुछ समय बाद पैरेंट्स बच्चों को अलग बैड दे देना चाहिए।

इससे दोनों को फायदा होगा। (Sleeping tips) क्योंकि रिपोर्ट के मुताबिक एक उम्र के बाद पैरेंट्स के साथ सोने से बच्चों को कई तरह की समस्या घेर सकती हैं। जिसमें मोटापे, थकान, कम ऊर्जा, अवसाद, और याददाश्त का कमजोर होने जैसी समस्याएं शामिल हैं। वहीं जो बच्चे अधिक उम्र तक मां-बाप के साथ सोते हैं उनके पैरेट्स में लड़ाई-झगड़े, तनाव और डिवोर्स रेट में इजाफा देखा गया है। क्यों की तब वह अपने पति को समय नही दे पाती हैं। और नौबत लढ़ाई झगड़े पर आ जाती है।

न्यूयॉर्क स्थित बाल चिकित्सक डॉ. रेबेका फिस्क ने कहा, ‘मैं माता-पिता को हमेशा कहती हूं कि बच्चों के साथ एक ही बेड पर सोना  (Sleeping tips) उनका अपना निजी फैसला है. यह यह कोई मेडिकल निर्णय नहीं है.’ एक वेबसाइट से बात करते हुए फिस्क ने कहा कि माता-पिता को कभी भी 12 महीने से कम उम्र के बच्चों के साथ बेड शेयर नहीं करना चाहिए क्युकी इससे दम घुटने और मृत्य का खतरा बढ़ जाता है।

इस बात का ख्याल रखें कि उसे दिन भर में अच्छी तरह से आराम मिला हो. अगर ऐसा नहीं हो पा रहा है तो साथ सोने के अलावा आपके पास और भी कई विकल्प हैं. जैसे आप कमरे मे एक एक्स्ट्रा बिस्तर रख सकते है। (Sleeping tips) बच्चे के सोने के बाद आप उसमे सो सकते है। इसलिए क्युकी आपका बच्चा बेड पर आराम से सो सके। और उसको सोने मे कोई दिक्कत न हो। और आप चाहे तो बच्चे के सोने के बाद आप दूसरे कमरे मे सो सकती है। 

parenting tips:

अमेरिकी एक्ट्रेस एलिसिया सिल्वरस्टोन अक्सर अपनी पैरेंटिंग स्टाइल के चलते चर्चाओं में रहती हैं. हाल ही में एलिसिया ने इस बात का खुलासा किया है कि वह अपने 11 साल के बेटे के साथ ही सोती है। (Sleeping tips)  उन्होंने बताया की वे अपने बेटे बियर के साथ ही सोती है। एलिसिया के मुताबिक, वह सिर्फ नेचर को फॉलो कर रही हैं. एलिसिया के इस बयान पर सोशल मीडिया पर उन्हें काफी ट्रोल किया जा रहा है। 

अब हम बताते है की किस उम्र में शुरू करनी चाहिए बच्चों को अलग सुलाने की आदत: 

पैरेंट्स 2 से 3 वर्ष की आयु में बच्चों को अलग सोने की आदत डालनी शुरू करनी चाहिए। (Sleeping tips) क्योंकि इस उम्र में बच्चे अलग सोने की आदत आसानी से सीख सकते हैं। हालांकि ऐसी बहुत से पैरेंट्स है जो 7 से 8 वर्ष तक के बच्चों अपने साथ सुलाना ही पसंद करते हैं। तो ये गलत आदत है इस आदत को आपको सुधारने की जरूरत है क्यो की तब आपसी तनाव बढ़ जाते है। 

किस उम्र में बच्चों के साथ सोना बंद कर दें पैरेंट्स: 

एक सर्वे के मुताबिक 45 प्रतिशत पैरेंट्स ने 8 से 12 वर्ष से पहले बच्चों को अलग सुलाना शुरू कर दिया। वहीं 13 प्रतिशत पैरेंट्स ने 12 वर्ष तक के बच्चों को सोने के लिए अलग बैड दिया।  इसलिए हमे भी एक उम्र तक आते आते बच्चो का बेड अलग कर देना चाहिए। 

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