पडरौना से नहीं, फाजिलनगर से चुनाव लड़ेंगे स्वामी प्रसाद मौर्य, अनुप्रिया पटेल की बहन को केशव मौर्य के खिलाफ उतारा

सरोजिनी नगर सीट से बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काट दिया है. उनके पति दयाशंकर सिंह भी इस सीट पर दावेदारी कर रहे थे और दोनों पति-पत्नी की लड़ाई दिल्ली तक जा पहुंची थी.
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में राज्य की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) ने बदलती सियासी परिस्थितियों के मद्देनजर अपनी चुनावी रणनीति में फेरबदल किया है. नई रणनीति के मुताबिक, बीजेपी और योगी कैबिनेट छोड़कर सपा में आए स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) अब कुशीनगर के पडरौना विधान सभा सीट से नहीं बल्कि फाजिलनगर से चुनाव लड़ेंगे. मौर्य पडरौना से पिछले 15 सालों से विधायक हैं.
कुछ दिनों पहले ही कांग्रेस के बड़े नेता रहे RPN सिंह बीजेपी में शामिल हुए थे. चर्चा है कि RPN पडरौना से ही बीजेपी ते टिकट पर चुनाव लड़ेंगे. स्वामी प्रसाद मौर्य और RPN सिंह के बीत सियासी दुश्मनी पुरानी है
दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी ने बीजेपी की सहयोगी और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की बहन पल्लवी पटेल को राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ सिराथू से उतारा है. इसके अलावा सपा ने चर्चित सरोजिनी नगर सीट से अपने पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्रा को उतारा है. बीजेपी ने वहां से ईडी से स्वैच्छिक सेवानिवृति लेने वाले ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह को टिकट दिया है.
सरोजिनी नगर सीट से बीजेपी ने योगी सरकार में मंत्री स्वाति सिंह का टिकट काट दिया है. उनके पति दयाशंकर सिंह भी इस सीट पर दावेदारी कर रहे थे और दोनों पति-पत्नी की लड़ाई दिल्ली तक जा पहुंची थी.
अनुप्रिया पटेल और उनकी मां कृष्णा पटेल की बिल्कुल नहीं बनती. अनुप्रिया पटेल के पिता सोनेलाल पटेल ने अपना दल की स्थापना की थी लेकिन सोनेलाल पटेल की मौत के बाद परिवार में राजनीतिक विरासत के लिए तलवारें खिंच गईं. अनुप्रिया पटेल अपने अपना दल (एस ) के साथ बीजेपी के साथ हैं तो उनकी मां कृष्णा पटेल अपने अपना दल (कमेरावादी) के साथ सपा गठबंधन में हैं. अनुप्रिया की बहन पल्लवी पटेल अपनी मां कृष्णा पटेल के साथ सपा के साथ हैं.