“यही है BJP का विकास…? नारियल फोड़ो तो सड़क टूट जाती है…” अखिलेश यादव के ताने

सपा प्रमुख ने कहा कि यूपी में आज हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा, नौजवानों की नौकरी छीनी जा रही है.यूपी की जनता बदलाव चाहती है. रालोद के साथ अपने गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा कि यह बदलाव का गठबंधन है. सीएम योगी पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि जो पलायन की बात कर रहे, वे खुद पलायन करके आए है.
मेरठ: देश के किसान और नौजवान आज परेशान हैं और जिस तरह से आज के समय हालात बन रहे हैं, उसे देखते हुए यूपी में बदलाव तय नजर आ रहा है. यह बात समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादवने के साथ विशेष बातचीत में कही. सपा प्रमुख अखिलेश और रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने गठजोड़ के बाद मेरठ में एक संयुक्त रैली के दौरान से बातचीत की. सपा प्रमुख ने कहा कि यूपी में आज हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा, नौजवानों की नौकरी छीनी जा रही है.यूपी की जनता विधानसभा चुनावम में बदलाव चाहती है. रालोद के साथ अपने गठबंधन के बारे में उन्होंने कहा कि यह बदलाव का गठबंधन है. सीएम योगी पर निशाना साधते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि जो पलायन की बात कर रहे, वे खुद पलायन करके आए है.
बातचीत के दौरान अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी के विकास के दावे पर तंज कसा.सपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी का विकास यह है कि नारियल फोड़ो तो सड़क टूट जाती है. गौरतलब है कि हाल ही में ऐसा वाकया हाल ही में पश्चिमी यूपी के बिजनौर में हुआ, जहां मुख्य अतिथि बीजेपी विधायक सुचि मौसम चौधरी को नवनिर्मित सड़क का उद्घाटन करना था. सड़क को चालू करने के लिए उन्हें नारियल फोड़ना था. लेकिन सड़क पर नारियल को जब उन्होंने पटका तो नारियल तो नहीं फूटा मगर सड़क की गिट्टियां उछलकर दूर जा गिरीं. नई सड़क का ऐसा हश्र देखकर वहां खड़े सारे नेता और जनता अवाक रह गई. हालांकि बाद में बीजेपी एमएलए ने कहा, ‘दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. डीएम ने मुझे इस बारे में आश्वस्त किया है. ‘
इस सवाल पर कि बीजेपी कहती है कि अबकी 350 पार, अखिलेश ने कहा कि जो नाराजगी इस समय बीजेपी को लेकर किसानों और नौजवानों में है, हो सकता है कि 400 सीटें भी बीजेपी हार जाए. यादव ने सत्ताधारी पार्टी की राजनीति को नफरत की राजनीति करार दिया. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के पीएम से मिलने के लिए जाने और मथुरा को लेकर उनके ( केशव प्रसाद मौर्य के) बयान पर अखिलेश ने कहा कि मौर्या को पीएम से तब मिलने जाना चाहिए था जब उनके नाम की तख्ती सीएम ने उखाड़ दी थी. यह पूछे जाने पर कि सपा गठबंधन के सत्ता में आने पर वे अपने आप को डिप्टी सीएम के तौर पर देख रहे हैं, रालोद के जयंत चौधरी ने कहा, ‘मैंने इस कारण से सपा के साथ गठबंधन नहीं किया है. उन्होंने 70 लाख नौकरियों के वादे को पूरा करने में नाकामी को लेकर बीजेपी पर ‘वार’ किया. उन्होंने कहा कि लोग हमारे साथ हैं.
जयंत यादव ने कहा कि किसानों के साथ पिछले एक साल में सरकार ने खराब व्यवहार किया है. लखीमपुर में किसानों को कुचला गया, उसके दोषी अभी भी सरकार में शामिल हैं. भले ही कानून वापस ले लिए गए हों लेकिन आंदोलनकारी यह जानते हैं कि यह उनकी जीत है. शीट शेयरिंग के बारे में पूछे गए सवाल पर जयंत ने कहा, ‘क्या पता हमारा आपस में तय हो, 403 पर लड़ेगे.’ अखिलेश ने भी कहा, ‘यह बड़ा इश्यु नहीं है, हमारी बातचीत हो चुकी है. हमारे बीच सहमति बन गई है और सीटों को बंटवारे को लेकर कोई बड़ी बात नहीं है.
‘ पिछले चुनाव के दौरान बड़ी पार्टियों के साथ गठबंधन और मौजूदा समय में छोटी पार्टियों के साथ गठबंधन की रणनीति के सवाल पर अखिलेश ने कहा कि पहले के जो गठबंधन हुए, उसमें इस तरह के बदलाव का उत्साह नहीं था. किसान तब सरकार से इतना नाराज नहीं था, उसकी उम्मीद बाकी थी लेकिन जिस तरह किसान कानून आए, हर बार किसानों को अपमानित होना पड़ा. ये बड़े सवाल है जो पहले नहीं थी. नौजवानों को उम्मीद थी कि डबल इंजन की सरकार उनके बारे में सोचेगी लेकिन ऐसा हुआ नहीं.