kya hota hai kya Cloud Computing jane Hindi me 2022

Cloud computing इन हिंदी
Cloud computing के बारे में पढ़ने से पहले हम थोड़ा इतिहास की तरफ भी गौर करेंगे , जबसे इस दुनिया का निर्माण हुआ है तब से लेकर आज तक मानवों द्वारा समय – समय पर एक नई तकनीक का इजात किया गया है और उन नई तकनीकों को जानना और उनके साथ ही आगे बढ़ना हमारे लिए बहुत जरूरी हो जाता है। क्युकी आज तकनीक के वजह से ही हमारा समाज इतनी तरक्की कर रहा है अगर टेक्नोलॉजी नही होती तो हमारा समाज कभी इतना विकास की ओर आगे बढ़ ही नही पता और इन तकनीकों में सबसे बड़ी जो और जो सबसे प्रचलित तकनीक है वो है हमारा सर्च इंजिन Google और इसकी वजह से जिस तकनीक का इजात हुआ है वो है आपका क्लाउड (Cloud) कम्प्यूटिंग।
हां, दोस्तों आज हम आपको इसी तकनीक के बारे में बताने जारहे है आप आजकल इस तकनीक को लगभग हर उस इंसान के मुंह से सुन रहे होंगे जो जरा सा भी technology के बारे में जानता हो या वह इंटरनेट पे सक्रिय रहता हो।
तो आज हम आपको बताएंगे की क्लाउड कम्प्यूटिंग क्या होता है और यह कैसे काम करता है –
तो चलिए इस लेख को आगे बढ़ाते है और आपको क्लाउड कम्प्यूटिंग से संबंधित सभी जानकारी देते हैं।
History of cloud computing ( क्लाउड कम्प्यूटिंग का इतिहास)
1960 की दशक में क्लाउड कम्प्यूटिंग की शुरुआत मानी जाती है जिस समय इंटरनेट की ठीक से शुरुआत भी नही हुई थी।
पर क्लाउड कम्प्यूटिंग को लोग, उसके शुरुआत के 30 साल बाद 1990 से जानना सुरू किए जब सेल्सफोर्स नाम की कंपनी ने अपने वेबसाइट के लोगो को सेवाए प्रदान करना सुरू किया।
इसके बाद से ही लोगो ने इसके महत्व को समझा और इस बात का भी अंदाजा लगाया की ये भविष्य में हमारे लिए कितना महत्वपूर्ण और उपयोगी सिद्ध होगा।
21वीं शताब्दी में आकर के क्लाउड कम्प्यूटिंग तकनीक ने तेजी पकड़ी और फिर कई दिग्गज कम्पनियों जैसे – Amazon, Google और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियों ने क्लाउड कम्प्यूटिंग के क्षेत्र में अपनी सेवाएं देनी शुरू कर दी।
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Work of cloud computing (क्लाउड कम्प्यूटिंग के कार्य)
क्लाउड कम्प्यूटिंग में कई सारे सर्वर मौजूद रहते हैं जिनमें एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल रहता है जिससे काम लिया जाता है ये एक से अधिक भी हो सकते हैं और इसके कई तरह के सॉफ्टवेयर होते हैं। क्लाउड कम्प्यूटिंग मूल रूप से ड्यूअल लेयर्स टेक्नोलॉजी पर काम करता है। यहां सर्वर को मैनेज करने के लिए एक अलग Layers होती है जिसे बैक एंड (Back end) कहते हैं।
वहीं दूसरी लेयर जिसे क्लाइंट (Clint) इस्तमाल करते हैं उसे फ्रंट एंड (Front end) कहते हैं।
Front end और Back end दोनों मिलकर cloud computing के लिए server set-up होता है।
How many types of Cloud computing ( क्लाउड कम्प्यूटिंग कितने प्रकार का होता है –
- Public Cloud (पब्लिक क्लाउड)
- Private Cloud (प्राइवेट क्लाउड)
- Hybrid Cloud (हाइब्रिड क्लाउड)
पब्लिक क्लाउड (Public Cloud)
Public Cloud का संचालन Third Party Cloud Service Provider के द्वारा किया जाता है जो अपने कम्प्यूटिंग के संसाधनों द्वारा जैसे की सर्वर और इंटरनेट पर डाटा स्टोरेज की सेवा प्रदान करता है।
आप माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर (Microsoft Azure) को पब्लिक cloud ka उदाहरण समझ सकते हैं। आप अपने डाटा और रिसोर्स को web browser द्वारा या किसी भी एप्लीकेशन के द्वारा एक्सेस कर सकते हैं।
प्राइवेट क्लाउड (Private Cloud)
Private Cloud किसी व्यावसाय या संगठन के द्वारा विशेष रूप से प्रयोग किए जाने वाले क्लाउड कंप्यूटिंग के संसाधनों को संदर्भित करता है।
Private cloud में सर्विस और infrastructure को हमेसा एक निजी Network पर व्यवस्थित किया जाता है।
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हाइब्रिड क्लाउड ( Hybrid Cloud)
पब्लिक क्लाउड और प्राइवेट क्लाउड को मिला कर के जो Infrastructure तैयार किया जाता है उसे ही हाइब्रिड (Hybrid Cloud) कहा जाता है। हाइब्रिड क्लाउड में डाटा एंड एप्लीकेशन और अधिक लचीले और अधिक deployment ऑप्शन के लिए हाइब्रिड क्लाउड का प्रयोग कर सकते हैं।
क्लाउड के द्वारा जो भी सर्विस दी जाती हैं उसके आधार पर भी क्लाउड कई प्रकार के होते हैं।
- IAAS(Infrastructure as a service)
- PAAS(Platform as a service)
- SAAS (Software as a service)
IAAS क्या होता है
IAAS की सर्विस में यूजर के पास क्लाउड की कम्प्यूटिंग पावर, स्टोरेज, सॉफ्टवेयर, नेटवर्क पावर और बाकी सारा कंट्रोल यूजर के पास होता है। मूल रूप से इस सर्विस को व्यावसाय के लिए प्रयोग किया जाता है। इसको समझने के लिए सबसे बड़ा उदाहरण है आपका VPN (Vertual Private Server)। मैं आपको इसमें आपको सॉफ्टवेयर और नेटवर्क के साथ-साथ कंप्यूटिंग पावर भी मिलती है।
PAAS क्या होता है
Platform as a service में यूजर सिर्फ एक ही प्लेटफार्म का प्रयोग कर सकता है जिसमें या तो स्टोरेज होती है या कम्प्यूटिंग पावर हो सकती है इसमें आप चीजों को पूरी तरह कंट्रोल नहीं कर सकते इसे क्लाउड प्रोवाइडर ही कंट्रोल कर सकते हैं।
उदाहरण – जिमेल, याहू।
SAAS क्या होता है
Software as a service में आपको remort server पर hosted केवल एक ही software मिलता है जिसका इस्तमाल किसी निश्चित काम के लिए किया जाता है इस तरह के सर्विसेज को ज्यादातर छोटे व्यवसाई ही काम में लेते है इस तरह की सेवा में कई तरह के सॉफ्टवेयर हो सकते हैं।
जैसे – Google docs online etc..
Cloud computing के क्या लाभ होते हैं
- Large Storage
- Ease Of Data Access
- Large Processing Power
- Less Price
Large (ज्यादा) Storage-
Cloud computing में आपका पूरा डाटा cloud में save होता है।
जिसे आप अपनी मर्जी के हिसाब से बढ़ा भी सकते हैं।z
डाटा एक्सेस (Data Access) करने में आसानी-
क्लाउड कम्प्यूटिंग का सबसे बड़ा फायदा ये है की आपने क्लाउड पर जितने भी डाटा स्टोर किए हैं उसे आप कहीं से भी, कहीं से भी का मतलब किसी भी डिवाइस से एक्सेस कर सकते हैं।
अगर आपको जरूरत हैं तो सिर्फ इन्टरनेट की।
Large Processing Power –
Cloud computing में आप जितना चाहे उतना processing power खरीद सकते हैं।
Less Price- Cloud computing में आप अपनी जरुरत के अनुसार स्पेस खरीद सकते हैं और आपको सिर्फ उतने ही पैसे चुकाने होते हैं जितने स्टोरेज की आपको जरूरत है इसमें आपका अधिक पैसा वेस्ट नही होता।
निष्कर्ष (Conclusion)
तो दोस्तों आज हमने आपको क्लाउड कम्प्यूटिंग किसे कहते है और ये क्या होता है तथा इसके कितने प्रकार है और ये क्यों लाभदायक है की पूरी जानकारी हिन्दी मे दी है आपको ये जानकारी कैसी लगी ये हमे कमेंट में जरूर बताएं और हमे सोशल मीडिया पर जरूर फॉलो करे और भी ऐसे content जो technology से सम्बंधित है उनकी सारी जानकारी हम आपको जरूर देंगे ।
धन्यवाद!