तुलसी के पौधे को जल देने से घर मे रहती है सुख समृद्धि:(By giving water to the Tulsi plant, happiness and prosperity remain in the house)2022

 तुलसी के पौधे को जल देने से घर मे रहती है सुख समृद्धि:(By giving water to the Tulsi plant, happiness and prosperity remain in the house)2022

तुलसी के पौधे को जल देने से घर मे रहती है सुख समृद्धि:(By giving water to the Tulsi plant, happiness and prosperity remain in the house)

वास्तु शास्त्र मे तुलसी का महत्व: _

तुलसी (Tulsi) से जुड़े कई नियम वास्तु शास्त्र मे कई नियम बताया गया है। तुलसी (Tulsi)  के पौधा को हिंदू धर्म मे मान्यता दी गयी हैं। जहा तुलसी का पौधा लगा होता है वहा सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है। तुलसी को लेकर धार्मिक मान्यता यह भी है कि इसमें मां का वास होता है।

इसलिए लोग बहुत मन से तुलसी का पेड़ लगाते है। यही कारण है कि लोग रोज तुलसी को दीया दिखाते हैं. तुलसी की पूजा के लिए वास्तु शास्त्र मे कुछ जरूरी नियम बताए गए हैं. वास्तु के नियम के मुताबिक तुलसी (Tulsi) में रोजाना जल अर्पित करने से मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। तुलसी का पौधा बहुत लाभकारी होता हैं।

इसका उपयोग लोग दवा बनाने मे करते है। तुलसी को सही दिशा में लगाने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही तुलसी में जल देते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। तुलसी पर कभी भी पैर से नही छुना चाहिए।

ऐसा इसलिए क्योंकि मान्यता है कि तुलसी (Tulsi) में रोजना विधिवत जल अर्पित करने से मां लक्ष्मी के साथ-साथ भगवान विष्णु का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है। तुलसी का पौधा बहुत शुभ होता है। और काफी लाभकारी भी होता है। 

 

तुलसी के पौधों मे जल अर्पित करने के कुछ नियम :_

1 .वास्तु  शास्त्र मे बताया गया है की बिना नहाये तुलसी को छूना भी नही चाहिए। नहा कर अच्छे से साफ सुथरा होकर ही तुलसी मे जल अर्पित करना चाहिए। 

2 .ऐसा कहा जाता है की तुलसी में जल देते समय ऐसा कपढ़ा पहनना चाहिए जो कि बिना सिलाई का हो जैसे की उसमे कुछ भी सिला न हो बिना सिलाई किया हुआ एक रंग का कपड़ा पहनना चाहिए और तब तुलसी को जल देना चाहिए तुलसी में जल देना बहुत बड़िया माना जाता है। 

3 .धार्मिक मान्यता के अनुसार रविवार को तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए. कहा जाता है कि इस दिन मां तुलसी विश्राम करती हैं। इसलिए उनको जल देकर उनको परेशान नही करना चाहिए। 

4 .ऐसा भी माना जाता है की एकादशी के दिन भी तुलसी (Tulsi) में जल अर्पित नहीं करना चाहिए. माना जाता है कि इस दिन माता तुलसी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए उनको जल देकर उनका उपवास नही तोड़ना चाहिए।

तुलसी को जल देते समय बोले ये मत्र:_

तुलसी (Tulsi) में जल देते समय शुभ मंत्र को बोलना चाहिए। ऐसा बोला जाता है कि तुलसी में जल देते समय इस मंत्र को बोलने से सुख-समृद्धि बढ़ती है। और मां तुलसी का कृपा बनी रहती है। इसके अलावा इस मंत्र के उच्चारण करने से सभी रोग मिट जाते हैं।मंत्र यह है की  ‘महाप्रसाद जननी, सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं, तुलसी त्वं नमोस्तुते.’माता तुलसी को खुश करने के लिए हमे यह मत्र दोहराना चाहिए!

तुलसी का पौधा लगाने का सही दिशा:-

वास्तु शास्त्र के अनुसार तुलसी का पौधा पूरब दिशा में लगाना सबसे अच्छा माना जाता है। पूर्व दिशा के अलावा उत्तर-पूर्व यानी ईशान कोण में भी तुलसी का पौधा लगाया जा सकता है। ऐसा कहा जाता है कि इन दिशाओं में तुलसी का पौधा लगाने से वह हरा-भरा रहता है. साथ ही सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है।

इसलिए हमे घर मे तुलसी का पौधा जरूर लगाना चाहिए। कुछ लोग बिना जानकारी लिए तुलसी का पौधा लगा देते है और उन्हें कुछ लाभ नहीं मिलता है! तुलसी का पौधा से हमे शुद्ध हवा मिलता है और इसका प्रयोग दवा बनाने में भी किया जाता है! और इससे धार्मिक लाभ भी मिलता है ऐसा माना जाता है की इसमें माता तुलसी का वास होता है! तुलसी पूजन से हमे मन की शांति प्राप्त होती है!

तुलसी का लाभ:_

औषधीय उपयोग की नजर से तुलसी की पत्तियां ज्यादा खाने से हमारे शरीर की सारी किटाणु को समाप्त कर देता है। इनको आप सीधे पौधे से लेकर खा सकते हैं। तुलसी के पत्तों की तरह तुलसी (Tulsi) के बीज के फायदे भी बहुत होते हैं।आप तुलसी के बीज के और पत्तियों का पीस कर भी प्रयोग कर सकते हैं। इन पत्तियों में कफ वात दोष को कम करने, पाचन शक्ति एवं भूख बढ़ाने और रक्त को शुद्ध करने वाले गुण होते हैं।

इसके अलावा तुलसी (Tulsi) के पत्ते का फायदे बुखार, दिल से जुड़ी बीमारियां, पेट दर्द, मलेरिया और बैक्टीरियल संक्रमण आदि में बहुत फायदेमंद हैं। हमारे दिमाग के लिए भी तुलसी के फायदे बहुत अच्छे तरीके से काम करती हैं। इसके रोजाना सेवन से मस्तिष्क की कार्य करने का तरीका बढ़ता है और याददाश्त तेज होती है।

इसके लिए रोजाना तुलसी की 4-5 पत्तियों को पानी के साथ निगलकर खाएं। इससे आपको बहुत फायेदा होगा। इसके एक फायेदा और है अगर आपके सिर में जुएं पड़ गये हैं और कई दिनों से यह जुये खत्म नहीं हो रहे है तो बालों में तुलसी का तेल लगाएं।

तुलसी (Tulsi) के पौधे से तुलसी की पत्तियां लेकर उससे तेल बनाकर बालों में लगाने से उनमें मौजूद जूं और लीखें मर जाती हैं। तुलसी (Tulsi) के पत्ते को पीस कर हम उनके रस से भी तुलसी का तेल बना सकते है। और अगर आपके कान मे दर्द या सूजन है तो तुलसी की पत्तियां कान के दर्द और सूजन से आराम दिलाने में भी असरदार है।

अगर कान में दर्द है तो तुलसी के रस को गर्म करके 2-2 बूँद कान में डालें। इससे कान दर्द से जल्दी आराम मिलता है। इसी तरह अगर कान के पीछे वाले हिस्से में जहा आपको सूजन है वो धीरे धीरे खत्म हो जायेगा।

तो इससे आराम पाने के लिए तुलसी के पत्ते तथा एरंड की जड़ को पीसकर उसमें थोड़ा नमक मिलाकर गुनगुना करके लेप लगाएं। कान दर्द से राहत दिलाने में भी तुलसी के पत्ते खाने से फायदा मिलता है। इसी तरह हम तुलसी (Tulsi) का प्रयोग अन्य तरीके से भी कर सकते है। ये पौधा हमारे लिए बहुत लाभकारी होता है। इसलिए हम सबको भी तुलसी का पौधा लगाना चाहिए।

तुलसी की पत्तियां दांत दर्द से आराम दिलाने में भी लाभदायी है इसके लिए हम सबको अपने दांत दर्द से आराम पाने के लिए काली मिर्च और तुलसी के पत्तों की गोली बनाकर दांत के नीचे रखने से दांत के दर्द से आराम मिलता है। 

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